राजनांदगांव
मेडिकल एसोसिएशन व डॉक्टरों की आयुक्त ने ली बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 जुलाई। जिलाधीश डी.सिंह के निर्देश पर जिला कार्यालय में नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी तथा तहसीलदार प्रफुल्ल कुमार गुप्ता की उपस्थिति में मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों और डॉक्टरों की बैठक लेकर जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ाने जागरूकता लाने और प्रिस्क्रिप्शन लिखने अपील की।
उन्होंने कहा कि जेनेरिक दवा गुणवत्ता में किसी भी प्रकार के ब्रांडेड दवाईयों से कम नहीं होती। साथ ही यह उतनी ही असरकारक है, जितनी की ब्रांडेड दवाईया और उनकी मात्रा (डोज) साईड इफेक्ट, सक्रिय तत्व सभी ब्रांडेड दवाईयों जैसे ही होती है। फार्मूला विकसित करने वाली कंपनी का पेटेंट खत्म होने के बाद उस फार्मूला पर दवा बनाने अन्य उत्पादकों को भी अनुमति मिल जाती है, इसलिए उन्हीं फार्मूला पर उत्पादित जेनेरिक दवाओं की कीमत पेटेंट अवधि खत्म होने के बाद पूर्व की तुलना में काफी कम होती है। साथ ही जेनेरिक दवाईयों के मूल्य निर्धारण पर सरकारी अंकुश होता है, इसलिए यह सस्ती होती है और पेटेंट दवाईयों की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक सस्ती होती है। उक्त दवाई मरीजो को लिखने से उन्हें स्वास्थ्य के साथ साथ आर्थिक लाभ भी होगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कलेक्टर द्वारा भी जेनेरिक दवाईयों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल एसोसिएशन के सचिव द्वारा जेनेरिक दवाईयां मरीजों को सजेस करने डॉक्टर्स को पत्र लिखने सुझाव दिए गए। साथ ही जेनेरिक दवाओं को प्रिस्क्राइब करने सहमति भी दी गयी।