महासमुन्द
महासमुंद, 18 जुलाई। किसानों की आय दोगुनी करने की असंख्य सफल किसानों की कहानियों के संकलन ई-बुक में महासमुंद जिले के 120 किसानों ने अपनी सफलता की कहानियां लिखी हैं। इस किताब का विमोचन शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के 94वें स्थापना दिवस व पुरस्कार वितरण समारोह 2022 व कृषक संगोष्ठी कार्यक्रम में हुआ। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नई दिल्ली से सोशल मीडिया के माध्यम से हुआ और किसानों को दिखाया गया। जिले के किसानों ने कृषि विज्ञान केंद्र में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा।
यह कार्यक्रम कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने देश के किसानों की आय दोगुनी करने की असंख्य सफल किसानों की कहानियों के संकलन ई.बुक का विमोचन किया। इसमें देशभर के 75 हजार किसान के सफलता की कहानी है। इसमें इन सभी किसानों के सफलता को प्रकाशित की है। इनमें महासमुंद जिले के 120 किसान है, उनकी कहानी भी ई.बुक में है।
कृषक परिचर्चा में जिले के प्रगतिशील लाख कृषक मिलन सिंह विश्वकर्मा से उपस्थित कृषकों नेउनकी सफलता की कहानी की चर्चा की। उन्होंने ने बताया कि उनके पास उपलब्ध 10 एकड़ जमीन है। यह जमीन पहले बंजर एवं अनुत्पादित थी। जिसमें मात्र 2 लाख रुपए प्रति एकड़ आय अर्जित करते थे। कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद के संपर्क में आने पर उनको बंजर भूमि पर लाख की खेती करने की सलाह दी गई।
उन्होंने पहले 1 एकड़ में सेमियलता पौधा में लाख का उत्पादन किया। निरंतर प्रशिक्षण एवं अनुभव उपरांत 01 एकड़ से आज 10 एकड़ में लाख का उत्पादन ले रहे हैं।
इससे प्रतिवर्ष लगभग 20 लाख रुपए की आय अर्जित कर रहे हंै। इसके साथ-साथ 20 परिवारों को वर्षभर रोजगार प्रदान कर रहे हंै। लाख उत्पादन कार्य जैसे बीहन, कटाई, पौध रोपाई कार्य में दैनिक मजदूरों को कार्य की आवश्यकता रहती है। इसी प्रकार विकाखण्ड बागबाहरा में आच्छादित कोसम, बेर एवं सेमियालता में भी लाख का उत्पादन वर्ष में 2 बार लेते हैं। कार्यक्रम के अंत में प्रगतिशील लाख कृषक मिलन सिंह विश्वकर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर महिन्द्रा कृषि समृद्धि पुरस्कार वर्ष 2019 में राशि 2 लाख 11 हजार रुपए एवं उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है। इसके अलावा जिला स्तरीय पुरस्कार, जिला स्तरीय आत्मा सफल कृषक, कृषक समृद्धि पुरुस्कार कृषि विश्वविद्यालय से भी प्राप्त हुआ है।