महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 18 जुलाई। मुनगासेर गांव के ग्रामीण मुख्य मार्ग पर बरसात में चलना दूभर हो जाता है। ग्रामीणों के बार-बार आवेदन पर शासन-प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित हैं।
जिला पंचायत सदस्य अलका चंद्राकर क्षेत्रीय दौरे पर थीं। ग्रामीणों ने उन्हें समस्या से अवगत करायाऔर अलका ने ग्रामीणों को साथ लेकर गांव के मुख्य सडक़ पर ही धान रोपने लग गई ताकि शासन-प्रशासन की नींद खुले। अलका ने कहा कि हम लोग भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य हैं। कांग्रेस की सरकार द्वारा हमारे केंद्रीय मद की 15वें वित्त राशि के कटौती कर राशि दिया जा रहा है जिससे क्षेत्र के 105 गांव में अपने मद से कार्य नहीं करा पा रहे हैं।
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार विकास के नाम पर शून्य हैं। छत्तीसगढ़ अपराधगढ़-माफियागढ़, रेत, शराब के अवैध वसूली का गढ़ बनकर रह गया है। गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिला के बारे में उनकी कोई नीति नहीं है। सभी सरपंचों का कहना है कि साढ़े तीन साल में राज्य सरकार द्वारा कोई विकास हेतु मद नहीं दिया जा रहा है उल्टे केंद्र की राशि से ही गौठान, नरवा, गरवा, घुरवा, मनरेगा के कार्य कराए जा रहे हैं और एक साल से भुगतान हेतु भी भटक रहे हैं। पंचायत मंत्री टीएस बाबा का दर्द उनके इस्तीफे से झलक रहा है।
इस अवसर पर सरपंच खेलू बरिहा घनश्याम साहू दीनबंधु सेन मुकेश चंद्राकर ब्रह्मदत्त पटेल प्रकाश पटेल हरीश जगत सहित महिला बहने ग्रामीण जन उपस्थित थे।