महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 जुलाई। स्थानीय नेहरू चौक में नगरपालिका महासमुंद के पार्षद पवन पटेल, महेंद्र जैन, मीना वर्मा, मनीष शर्मा, मंगेश टांकसाले, माधवी सिका, हफीज कुरैशी, मुन्ना देवार ने प्रदेश सरकार की तानाशाही रवैये और जनविरोधी कार्य का विरोध करते हुए हल्ला बोल दिया है। पार्षदों ने चार वर्षों के कांग्रेस सरकार की कार्यकाल को फ्लाप और जनविरोधी बताते हुए कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार हर मोर्चे पर फेल है और अपने जनघोषणा पत्र के वायदों से मुकर रही है।
पार्षदों ने कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के नेतृत्वकर्ता नरेंद्र मोदी ने गरीबों की बेहतर भविष्य की चिंता करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान निर्माण की ऐतिहासिक योजना की शुरुआत की। जिसमें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने भरपूर सहयोग करते हुए प्रदेश में आवास योजना को गति प्रदान किया था। वर्तमान कांग्रेस की सरकार ने सत्ता की बागडोर संभालते ही गरीबों के आवास निर्माण से मुह मोड़ते हुए राजनीतिक प्रतिशोध की मानसिकता का परिचय दिया है और जनता को आवास निर्माण से वंचित कर रखा है।
उनका कहना है कि केंद्र सरकार के द्वारा प्रदेश सरकार को दिए गए आवास निर्माण की अंशदान राशि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वापस भेजकर ये साबित कर दिया है कि उनकी सरकार गरीबों का हित नहीं चाहती। पार्षदों ने बताया कि अपने जनघोषणा पत्र की वायदों और लोकलुभावने जुमलेबाजी से जनता को बरगलाकर सत्ता में काबिज होने के बाद से ही लगातार प्रदेश में लूट, हत्या, दुष्कर्म, चोरी, डकैती के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सरकार के रसूखदार लोगों का माफियों को खुलकर संरक्षण मिल रहा है।