महासमुन्द
कहा-अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित हैं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 जुलाई। महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने मानसून सत्र के पहले दिन ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से वंचित क्षेत्र के किसानों का विषय नियम 377 के अधीन सूचना के माध्यम से पटल में रखा।
सांसद चुन्नीलाल साहू ने सभापति के माध्यम से सदन का ध्यान आर्कषित करते हुए कहा कि देश की कृषि ज्यादातर मौसम पर निर्भर करती है। अनेक बार किसानों की फसल अल्प वर्षा और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण नष्ट हो जाती है जिसके कारण किसान कृषि कार्य करने में असहाय हो जाते हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2016 में लागू कर किसानों को राहत देने का कार्य किया गया है, लेकिन इसमें भी राज्य सरकार के द्वारा चिन्हित ग्रामों में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा की राशि को समय पर नहीं दी जाती। इससे कृषि कार्य कमजोर हो रहा है।
सांसद श्री साहू ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में मेरे लोकसभा महासमुंद क्षेत्रांतर्गत कृषकों को पिछली फसल के समय जिन ग्रामों में अल्प वर्षा के कारण फसल नहीं हुई है, अब तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि नहीं मिली है। इससे वे काफी आक्रोशित हैं। उन्हें वर्तमान में कृषि के लिए बीज, खाद्य, कीटनाशक दवाईयां खरीदने की अति आवश्यकता है। वर्तमान में आर्थिक रूप से कमजोर किसान कृषि कार्य से पिछड़ रहे हंै। छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण किसान इस योजना से वंचित हैं।
सांसद श्री साहू ने केंद्र सरकार से निवेदन करते हुये कहा कि उक्त विषय को गंभीरता से लेते हुए राज्य छत्तीसगढ़ के किसानों को मिलने वाली प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि अतिशीघ्र प्रदाय कराने हेतु निर्देशित करें, ताकि किसानों को अपने कृषि कार्य करने में उक्त योजना का लाभ समय पर मिल सकें।
इसके अलावा सांसद श्री साहू ने पूरक प्रश्न के तहत सदन में लोकसभा क्षेत्र सरायपाली, बसना में एफसीआई गोदाम बनाने की मांग करते हुये कहा कि दुरस्थ क्षेत्र से महाराष्ट्र चावल भेजने के लिए तीन बार परिवहन किया जाता है। गोदाम से सडक़ परिवहन फिर रेल परिवहन पुन: गोदाम जिससे चावल की गुणवत्ता में कमी आती है और लोडिंग अनलोडिंग में अधिक खर्च होता है। इसके लिए लोकसभा क्षेत्र सरायपाली बसना में एफ सीआई गोदाम बनाने की मांग की और चावल परिवहन सीधे सडक़ मार्ग के माध्यम से एक ही बार में कराये जाने की जानकारी मांगी।