रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खरसिया, 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ अधिकारी- कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले सोमवार से हड़ताल का आगाज हो चुका है। इसी कड़ी में बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन इकाई खरसिया तहसील कार्यालय के पास धरना दे रहे हैं। स्कूलों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक में ताले लग गए हैं।
शासन-प्रशासन को इस हड़ताल सम्बंधित सूचना दे दिया गया है। सभी विभाग के कर्मचारी अपने-अपने विभाग के प्रमुखों को सूचना भी दे दी गई हैं। इसके साथ ही सभी कर्मचारी काम बंद, कलम बंद हड़ताल में कूद पड़े है। इसके साथ ही पूर्ण रूप से सभी विभाग में ताला बंदी की नौबद आ गई है। कई कार्यालयों में पड़ताल करने से पता चला कि, सभी जगह कामकाज बंद है, सभी अधिकारी-कर्मचारी सामूहिक रूप से अवकाश लेकर हड़ताल पर हैं। कई विभागों में तो ताला लटका मिला। वहीं कई स्कूलों में मध्यान भोजन के बाद छात्र छात्राओं को छुट्टी दे दी गई है।
अधिकारी-कर्मचारियों की हड़ताल के चलते ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही तहसील कार्यालय में हड़ताल को लेकर क्षेत्र के कई स्कूल भी बंद पड़े हुए हैं।
प्रदर्शन कर रहे अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के लोगों का कहना है कि शासन कर्मचारियों के अधिकारों का हनन कर रही है, राज्य सरकार द्वारा 34 प्रतिशत डीए और सातवें वेतन में एचआरए नहीं देने से कर्मचारी व अधिकारियों में नाराजगी बनी हुई है। इसके चलते वे हड़ताल पर जा रहे है। इस हड़ताल में कर्मचारी सोमवार से शुक्रवार तक प्रदेश भर के कर्मचारी अवकाश पर रहेंगे। इस दौरान अधिकारी और कर्मचारी अपने-अपने जिलों में गुरुवार तक कमलबद्ध हड़ताल पर रहेंगे और 29 जुलाई को राजधानी रायपुर में एक महारैली निकाली जाएगी। इसके बाद भी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो सभी अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।