रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर/चारामा, 13 अगस्त। सीएम भूपेश बघेल ने शनिवार को आदिवासी सम्मेलन में आजादी की लड़ाई में आदिवासी समाज के योगदान को याद किया, और कहा कि महान क्रांतिकारियों के बलिदान और संघर्षों के कारण ही हम लोग आजाद देश में सांसे ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आदिवासियों को अधिकार दिलाया, उन्हें अधिकार संपन्न बनाया।
बघेल ने कहा कि झारखंड में जैसे शहीद बिरसा मुंडा याद किए जाते हैं, छत्तीसगढ़ में शहीद गेंद सिंह, शहीद गुंडाधुर, शहीद वीर नारायण सिंह को याद किया जाता हैं। अगस्त क्रांति ने अंग्रेजों की सत्ता को हिला दिया था।
उन्होंने कहा कि आज हम पदयात्रा कर रहे हैं, हमर तिरंगा कार्यक्रम कर रहे हैं, ताकी आने वाली पीढ़ी को आजादी की कहानी बता सके। हमें संविधान से शक्ति मिली है, हमें संविधान और अधिकारों को सुरक्षित रखना है। बघेल ने कहा कि साढ़े तीन साल की सरकार, एक साल चुनाव में और दो साल कोरोना निकला लेकिन हमने पेशा कानून को लेकर नियम बनाए, गजेटियर में लाया। 15 साल में पेशा कानून नहीं ला पाए, नियम नहीं बना पाए। हमने आदिवासियों की जमीन लौटाई। हमारी सरकार ने आदिवासियो को उनका अधिकार दिलाया, उन्हे आर्थिक संपन्न बनाया।
बघेल ने कहा कि इस वर्ष राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत इनपुट सब्सिडी की पहली किश्त किसानों के खातों में हस्तांतरित कर दी गई है। दूसरी किश्त 20 अगस्त को दे दी जाएगी, जिससे कृषि कार्यों के लिए आवश्यक खर्च और आगामी त्यौहारों के लिए किसानों के पास राशि उपलब्ध होगी।
गुरूर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन में कहा-आदिवासी समाज में बहुत से पुरखों ने आजादी की लड़ाई लड़ी है। हमारे यहां गांव-गांव में क्रांतिकारी हुए हैं। नारागांव के स्वतंत्रता सेनानियों शहिदसुकालू करियाम, बिसाहू राम गायकवाड़, पीताम्बर मंडावी, सरजू मंडावी की स्मृति में समाधिस्थल एवं सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख रुपए की घोषणा। गुरुर में शहीद वीर नारायण सिंह चौक पर प्रतिमा स्थापना हेतु 10 लाख रुपए की स्वीकृति।