दन्तेवाड़ा
दन्तेवाड़ा, 5 सितम्बर। संचालक ग्रामोद्योग, छत्तीसगढ़ शासन, अरुण प्रसाद ने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान माटी कला बोर्ड कुम्हाररास का जायजा लिया। इस दौरान ग्लेजिंग यूनिट के सभी मशीनों जैसे ग्लेज बॉल मील, सिंपल बाल मिल, ग्राइंडर, टनल, पावर एयर कंप्रेसर सहित अन्य मशीनों के काम की प्रक्रिया को समझा। वहां बनाए जा रहे सभी सामग्रियों को बारीकियों से देखा। उन्होंने बनायी जा रही कलाकृतियां के उपयोग में लाई जा रही मिट्टी के संबंध में जानकारी ली। इस कार्य से होने वाले आमदनी के बारे में पूछा। संबंधित अधिकारियों की समीक्षा लेते हुए आवश्यक निर्देश भी दिए।
ज्ञात है कि ग्लेजिंग यूनिट के निर्माण से कुम्हारों को एक ही स्थल पर माटी कला से संबंधित इलेक्ट्रिक चाक और अन्य तकनीकी उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे वे अपने हाथों से सुंदर कलाकृतियों उच्च गुणवत्ता युक्त के साथ ही परंपरागत हुनर को प्रदर्शित कर अपनी कला निखारें। माटीकला के क्षेत्र में हो रहे नये प्रयोगों से भी रूबरू होंगे। इससे ग्रामीण कुम्हारों को रोजगार मिलेगा और उनकी आमदनी में इजाफा होगा। इनके द्वारा बनाये गए कलाकृतियों को मार्केटिंग के लिए सहयोग भी प्रदान किया जाएगा।
प्रत्येक महीने 30-30 व्यक्ति को इस ग्लेजिंग यूनिट एक महीने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिसमें वे अलग-अलग प्रकार के अच्छी गुणवत्ता आर्टिकल, बर्तन और मूर्तियां बनाने में सक्षम होगें। जिससे एक हजार परिवारों को प्रत्यक्ष लाभ होगा।
रेशम पालन केंद्र का जायजा
शासकीय रेशम पालन केंद्र चितालंका का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोसा बीज भंडारण कक्ष में कोसा उत्पादन के लिए जरूरी व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। उन्होंने रेशम केंद्र प्रभारी से रेशम पालन संबंधी जानकारी ली। उन्होंने कृमि पालन संबंधित उपकरणों व मशीनों का भी जायजा लिया। इसके साथ ही रैली प्रगुणन कैंप के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान कलेक्टर विनीत नंदनवार, आकाश छिकारा, आर.ईएस, ईई श्री खरे, माटी कला बोर्ड अधिकारी प्रमोद डेविड, उपसंचालक रेशम जगदलपुर जे पी बरिहा, प्रभारी सहायक संचालक रेशम दंतेवाड़ा राम सूरत बेक संबंधित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।