दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा 26 अप्रैल। दंतेवाड़ा जिले में वर्तमान में बीज का त्यौहार मनाया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण शिकार में भी जाते हैं।
वन क्षेत्र में शिकार हेतु पहाड़ों में आग लगाई जाती है। जिससे वन्य प्राणी का शिकार आसानी से किया जा सके। वनों में लगाई गई आग से विभिन्न प्रकार की जीवन हेतु उपयोगी वनस्पतियां नष्ट रहती हैं। इसके साथ ही वातावरण भी प्रदूषित होता है। वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा आग बुझाने का संभव प्रयास किया जाता है। जिससे पर्यावरण की रक्षा की जा सके।
इस विषय में वन अधिकारी, बचेली परिक्षेत्र आशुतोष मांडवा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि हमारे द्वारा आग बुझाने हेतु फायर वाउचर की नियुक्ति की जाती है। जिसकी आग बुझाने में मुख्य भूमिका होती है। इसके साथ ही वन प्रबंधन समिति द्वारा जन जागरूकता के माध्यम से वनों में आग को रोका जाता है। वन है तो जीवन है जैसे नारों के माध्यम से वनों की महत्ता से अवगत कराया जाता है। सभी के समन्वित प्रयास से वनों में आग को रोका जा सकता है। वन विभाग आग की घटनाओं को रोकने हेतु प्रतिबद्ध है।