रायपुर
इंटकवेल को सप्लाई देने वाले बिजली खंबे को ट्रक ने तोड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 24 सितंबर। आज सुबह शहर के बड़े इलाके में नलों में पानी नहीं आया। सुबह से जल संकट है जो शाम तक बना रहेगा।
महादेव घाट रोड में एक ट्रक ने बिजली खंभे को गिराया है। इस खंबे की लाइन से ही फिल्टर प्लान्ट को पानी देने वाले इंटेक वेल से बिजली सप्लाई होती है।
इन पंक्तियों के लिखे जाने तक सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ था।इस तोड़ फोड़ के लिए ट्रक चालक या कंपनी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, उनके कारण पूरा शहर परेशान होगा। शहर की 41 में 34 टंकियों में नहीं भर पानी पाया । एक ट्रक चालक की लापरवाही से पूरे शहर को नहीं मिला पानी। करीब 7 लाख की आबादी सुबह की पानी से वंचित रही। यह घटना महादेव घाट रोड पर स्थित हवेली मैरिज पैलेस के पास 33 के.व्ही. पोल पर हुई।
रात करीब सवा 10 बजे अज्ञात ट्रक चालक ने खंबे को ठोकर मारकर बैंड कर दिया। इस सूचना पर निगम और विद्युत अमले ने सुधार कार्य शुरू किया। रातभर चले काम के बाद सुबह इंटकवेल के लिए बिजली सप्लाई बहाल कर दी गई। चूंकि रातभर इंटकवेल में बिजली न होने से पंपिंग का काम नहीं हो पाया। जिससे सुबह 34 टंकियों में जलापूर्ति नहीं हो पाई।
निगम जल विभाग के अभियंता आर.के. चौबे ने बताया कि शाम को सभी टंकियों से जलापूर्ति बहाल कर दी जाएगी। इस घटना के लिए दोषी अज्ञात ट्रक चालक पर कार्रवाई करने निगम और विद्युत विभाग की ओर से पुलिस को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने आसपास के घरों और अन्य परिसरों में लगे सीसीटीवी की रिकार्डिंग से ट्रक की पतासाजी शुरू कर दी है।
ट्रैफिक व थाना पुलिस की उदासीनता से होती है घटनाएं
आज यह घटना हो गई तो शायद निगम और विद्युत अमले को परेशानी का आभास हुआ हो लेकिन यह हर रात का खतरा है। नो एंट्री खुलते ही रियल स्टेट के मटेरियल से भरे भारी भरकम हाइवा,ट्रक रोजाना शहर के किसी न किसी इलाके में ऐसे हादसे कर जाते हैं। सुबह होने से पहले अधिकाधिक आनलोडिंग ट्रिप करने की आपाधापी में इन हाइवा को ओव्हर स्पीड व लापरवाही से भगाते देखा जा सकता है। इस चक्कर में ये विजली के खंभे ट्रांसफारमर तक को क्षसतिग्रस्त कर फरार हो जाते हैंं। इस धटना में न केवल सारी रात उन इलाकों की बिजली गुल रहती है। बल्कि शार्ट सर्किट जैसी घटना से इलेक्ट्रानिक के सामान खराब हो जाते हैं। रात में बिजली गुल हुई तो अगले दिन सुबह 9 बजे तक लाइन सुधारी नहीं जाती । इन मटेरियल सप्लायर वाहनों पर न तो थाना पुलिस न ही ट्रैफिक पुलिस की लगाम है। कारण महीने भर का बंधी बंधायी भेंट पूजा ही है। इतना ही नहीं इन्ही वजहों से दिन दहाड़े भी शहर के भीतर इन ट्रको को आते-जाते देखा जा सकता है। इनसे नजरे फेरकर ट्रैफिक और शहर पुलिस के टारगेट में दोपहिया बाहन चालक ही होते हैं।