रायपुर
रायपुर, 26 सितम्बर। शराब को लेकर राजनीति फिर गरमाई हुई है। पिछले दिनों विधायक सत्यनारायण शर्मा ने शराबबंदी की मांग जनता की न होकर भाजपा की बताया था। इसे लेकर कांग्रेस सरकार की किरकिरी हुई थी। भाजपा ने जमकर निशाना साधा था। अब फिर एक बार विधायक शर्मा का बड़ा बयान सामने आया हैं। शराबबंदी अध्ययन समिति के अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने सोमवार शाम प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि भाजपा नहीं चाहती शराबबंदी हो, और नोटबंदी की तरह फैसला नहीं लिया जा सकता। हमारी सरकार में शराब की दुकानें कम हुई हैं। शराबबंदी एकाएक नहीं कर सकते। लोगों की जिंदगी और मौत का सवाल है।शराबबंदी को जन आंदोलन का माहौल बनाना होगा। शर्मा ने कहा कि गुजरात में शराबबंदी कागजों में की गई है,गुजरात का जो हाल है, देशभर का हाल हो जाएगा।
पलटवार--सरकार का एक ही नारा, एक ही काम, बेचो दारू, वसूलों दाम- शर्मा
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संदीप शर्मा ने पर्यटन मंडल के होटल मोटल में शराब की अनुमति देने के फैसले को कांग्रेस सरकार का मदिराप्रेम करार दिया है। उन्होंने कहा है कि शराबबंदी लागू करने का वादा करके सत्ता में आये भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ को शराबगढ़ में बदल चुके हैं। इस सरकार के कथन और कर्म, नीति और नीयत में भारी भेद है। खोट है। इस सरकार के मुखिया शराब के खिलाफ उपदेश देते हैं, शराबबंदी कमेटी के मुखिया शराबबंदी को जनता का मुद्दा नहीं मानते और सरकार का आबकारी विभाग सरकारी पर्यटन मंडल के होटल मोटल में दोपहर से लेकर आधी रात तक शराब पिलाने की अनुमति देता है। आबकारी नीति में परिवर्तन किया जाता है। जब सरकार का परम धर्म शराब पिलाना हो जाये तो शराबबंदी लागू होने की कल्पना ही बेमानी है।