महासमुन्द
महासमुंद, 29 सितम्बर। गोठान योजना का महासमुंद जिले में हाल बुरा है व आवारा मवेशी सडक़ों पर घूम रहे हैं। सडक़ों पर डेरा जमाए ये आवारा मवेशी लोगों के लिए परेशानी, जाम व हादसों का कारण बन रहे हैं। इसका कारण स्वीकृत गोठानों का निर्माण पूरा नहीं होना है।
हालांकि निर्माण के लिए गोठान स्वीकृत तो हो गए हैं, लेकिन रुपए के अभाव में इन गोठानों का निर्माण आधा अधूरा है। चाह कर भी अधिकारी गोठान का निर्माण पूरा नहीं करा पा रहे हैं। वहीं गोठान निर्माण नहीं होने से आवारा मवेशी सडक़ों पर नजर आ रहे हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। जानकारी मिली है कि सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना केवल रुपए नहीं मिलने से रुक गई है। मालूम हो कि जिले में 553 गोठान का निर्माण कराना है। इन गोठानों के निर्माण के लिए स्वीकृति मिल गई है। सरकार ने रोका-छेका अभियान के तहत आवारा मवेशियों को गोठान में रखने के निर्देश भी दिए है। इसके बावजूद मवेशी खेतों में जाकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिला पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 551 ग्राम पंचायत हैं। इन ग्राम पंचायतों में करीब 553 गोठानों का निर्माण करने की स्वीकृति मिली है।
इसके एवज में अभी तक मात्र 353 गोठान ही पूर्ण रूप से बन पाए हैं। शेष गोठानों का निर्माण अभी अधूरा है। ये गोठान रुपए नहीं होने के कारण बन नहीं पा रहे हैं।