बलौदा बाजार
कलेक्टर ने कराई जांच, चारे पानी की कोई कमी नहीं थी
बलौदाबाजार, 17 अक्टूबर। कलेक्टर रजत बंसल ने करमदा गौठान में हुए गायों की मृत्यु संबंधी सूचना को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ को जांच के आदेश दिए थे इस पर संयुक्त जांच दल ने मौके का मुआयना एवं संबंधित पदाधिकारियों से जानकारी लेकर विस्तृत रिपोर्ट कलेक्टर रजत बंसल को सौंपी है रिपोर्ट में उल्लेखनीय है कि किसानों सरपंच सचिव द्वारा आपसी सहमति से फसलों को लावारिस मवेशियों से बचाने के लिए गठान में अस्थाई रूप से रखे मवेशियों हेतु चरवाहा एवं चारे पानी की समुचित व्यवस्था की गई है 14 अक्टूबर को एक बीमार मवेशी की मृत्यु आवश्यक हुई है परंतु चारे पानी की कोई कमी नहीं थी पशु चिकित्सक द्वारा प्रस्तुत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मवेशी को निमोनिया की बीमारी से मृत होना बताया गया है
पर्याप्त चारा पानी की समुचित व्यवस्था
वही उपस्थिति ग्रामीणों ने बयान दर्ज कराया कि उक्त गाय तीन-चार दिनों से बीमार हालत में थी जब गाय की मृत्यु हुई तब उसे अन्य स्वास्थ्य गायों के समूह से अलग करने के लिए ट्रैक्टर का उपयोग करते हुए उसे दूर ले जाया गया क्योंकि गाय की लाश को दूर हटाने के लिए मजदूर की व्यवस्था में विलंब हो रहा था एवं किसी भी तरह संक्रमण स्वास्थ्य पशुओं में ना पहले इसलिए उस गाय की लाश को तत्काल अलग करना जरूरी था इस दौरान ट्रैक्टर से घसीट ने गाय की लाश का फोटो ले लिया गया जो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ साथ ही उक्त गौठान में पर्याप्त मात्रा में चारा पानी की समुचित व्यवस्था है किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं है सरपंच श्रीमती सावन भाई ने दिए बयान में कहा है कि आवारा मवेशियों की देखरेख के लिए चरवाहा एवं चारा पानी की पूर्ण व्यवस्था किया गया था सचिव ओमप्रकाश जोशी ने बताया कि एक मवेशी की मौत पर सूचना पशु चिकित्सक को दी गई थी वही गौठान समिति अध्यक्ष रामनाथ सोनी ने कहा कि उसके द्वारा भौतिक रूप से निरीक्षण के दौरान एक मवेशी को बीमार देखकर उपचार हेतु व्यवस्था का प्रयास किया गया
ग्राम सेल में हुए दो दर्जन मवेशियों की मौत की जांच अब तक पूर्ण नहीं
10 अक्टूबर को कसडोल विकासखंड के ग्राम सेल में खुले आसमान के नीचे दलदल युक्त कांजी हाउस में भरकर रखे गए करीब दो दर्जन मवेशियों की मौत सूख प्यास से तड़पकर हो जाने का मामला सामने आया था इस मामले में भी त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित ग्राम पंचायत के सचिव को कलेक्टर के आदेश के पश्चात निलंबित कर दिया गया था ग्राम सेल के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से यह हुई मवेशियों की मौत के मामले में भी त्वरित पहल करते हुए जांच कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाने एवं अन्य दोषियों की जिम्मेदारी तय कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.