बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 8 मई। भाटापारा को जोडऩे वाला मुख्य मार्ग 10 से 15 साल में ही जर्जर होने लगा है। सडक़ में जगह-जगह भारी मालवाहक वाहनों के आवागमन से वाहनों के पहिए के निशान उभर आए हैं। भारी वाहनों के आने-जाने के कारण सडक़ अंदर धसने लगी है।
सडक़ की हालत देख यही लगता है कि इस मार्ग पर बैलगाड़ी आती जाती रहती होगी। इसके चलते दो पहिया चालक नियंत्रित होकर गिर रहे हैं। आए दिन इस मार्ग में राहगीर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।
करोड़ों के लागत से बनाए गए यह सडक़ अब लोगों के चलने लायक नहीं है। वहीं यह मार्ग राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। इस मार्ग की लंबाई लगभग 25 किलोमीटर से 28 किलोमीटर की है।
इस सडक़ में दर्जनों गांव भी पड़ते हैं। यहां के लोग जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। साथ ही जिला मुख्यालय में बढ़ाने वाले छात्र छात्राएं व काम करने वाले कर्मचारी अधिकारी इसी मार्ग का उपयोग जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए करते हैं।
इस सडक़ की क्षमता लगभग 40 से 50 टन की है, परंतु सडक़ में 80 से 90 टन की वाहनों का सैकड़ों भारी वाहनों का रोज आना-जाना होता रहता है। ग्राम खपराडीह श्री सीमेंट संयंत्रों में कच्चे माल की आपूर्ति इसी मार्ग से ट्रकों के माध्यम से संयंत्र पहुंचने का भी कार्य इसी सडक़ से किया जाता है।
मरम्मत की जा रही है पर कोई फायदा नहीं
इस जर्जर मार्ग का मरम्मत का काम किया जा रहा है। सडक़ के मरम्मत के दौरान उभरे हुए सडक़ में डामर डालकर बराबर किया जा रहा है। परंतु भारी वाहनों के चलने के कारण डामर फिर से फैलने लगा है। इससे समस्या ज्यो की त्यों बनी हुई है। सडक़ सुधारने के बजाय अब खराब होने लगी है। ठेकेदार द्वारा सडक़ मरम्मत के नाम पर थूक पालिश किया जा रहा है।