बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 5 मई। सोमवार को स्व. पं. बंशराज तिवारी की 99वीं जयंती पर 18वां नि:शुल्क रोग निदान शिविर आयोजित किया गया है, जिसमें सभी तरह की जांच नि:शुल्क होगी।
जिला मुख्यालय में स्थित एकमात्र सुपर स्पेशलिटी निजी अस्पताल चंदादेवी तिवारी हॉस्पिटल के संस्थापक, अधिवक्ता एवं पूर्व विधायक स्व. प. बंशराज तिवारी की जयंती 6 मई को लगातार 18 वर्षों से उनके पुत्र पूर्व जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी के द्वारा नि:शुल्क रोग निदान शिविर का आयोजन किया जाता रहा है, जिसमें अभी तक हजारों की संख्या में मरीजों का उपचार किया जा चुका है।
अब इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए उनके पुत्र डॉ. नितिन तिवारी, पुत्री डॉ. सुकृति एवं पुत्रवधु डॉ. गीतिकशंकर तिवारी द्वारा इस शिविर में सभी तरह के मरीजों का उपचार अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों के माध्यम से किया जा रहा है इस वर्ष भी 6 मई सोमवार को प्रात: 10 से संध्या 5 बजे तक सभी तरह के मरीजों का नि:शुल्क परीक्षण आवश्यकता पडऩे पर खून की जाँच एक्स रे सोनोग्राफी किया जाएगा एवं हाइड्रोसील हर्निया के मरीजों का पंजीयन कर परीक्षण होगा एवं 7 तारीख को मतदान होने के पश्चात् 8-9 मई को उनका ऑपरेशन किया जाएगा, जिससे मतदान में किसी तरह का विघ्न ना हो सभी मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण भी किया जाएगा 7 डॉ प्रमोद तिवारी ने अधिक से अधिक संख्या में शिविर में भाग लेकर लाभ उठाने का जरूरतमंदों से आग्रह किया।
ज्ञात हो कि पं. बंशराज तिवारी का जन्म बलौदाबाजार के तत्कालीन पटेल सेनिटेशन पंचायत के अध्यक्ष पं. महावीर प्रसाद तिवारी के पुत्र के रूप में 6 मई 1925 को हुआ था। वे तीन बहनों में एकलौते भाई थे। बाल्यावस्था में ही पिता के स्वर्गारोहण के उपरांत अल्पायु में ही पटेल पद पर पदस्थ हुए।महात्मा गाँधी से प्रेरित होकर 1940 में पटेल पद से इस्तीफा देकर स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
1946 में कांग्रेस समाजवादी पार्टी के सक्रिय सदस्य रहे। वकालत के साथ राजनीति में सक्रिय रहते हुए दोनों ही माध्यम से असहाय एवं कमजोर वर्ग की भरपूर मदद की।
बार कौंसिल में सचिव रहते हुए पृथक छत्तीसगढ़ राज्य एवं बलौदाबाजार को जिला बनाने की मांग मुखरता से करते रहे। आपातकाल के दौरान अपने साथियों के साथ तत्कालीन दमनकारी कांग्रेस सरकार के विरुद्ध जुलूस निकाला जिसके फलस्वरूप गिरफ्तार करके राजद्रोह का मुकदमा चलाया गया। समाजवादी नेता मधु लिमय एवं जार्ज फर्नांडिस के साथ रायपुर सेंट्रल जेल में भी रहे।
1977 में जनतापार्टी की सरकार बनी एवं प. बंशराज बलौदाबाजार विधानसभा से निर्वाचित हुए एवं 1980 तक विधायक एवं विधान परिषद के मुख्य सचेतक रहते हुए बलौदाबाजार को पानी की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए शिवनाथ नदी सोनाडीह से पाइप लाइन द्वारा जल प्रदाय योजना लाकर पानी उपलब्ध कराया खोरसी नाला पर बड़े पुल का निर्माण नगर को गावों से जोडऩे के लिए सडक़ पुलियों का निर्माण न्यायालय में अतिरिक्त जिला सत्र न्यायालय की स्थापना क्षेत्र के एक मात्र निजी महाविद्यालय को शासन के अधीन कर शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराना नगर में टेलीफोन एक्सचेंज डाकघर पानी टंकी का निर्माण शासकीय अस्पताल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बढ़ाकर सुविधाजनक एवं चिकित्सक उपलब्ध कराना आदि प्रमुख कार्य हैं।
9 फरवरी 2006 उनके देहावसान के बाद से उनकी स्मृति में उनके पुत्र डॉ प्रमोद तिवारी ने बलौदाबाजार मुख्यमार्ग चौड़ीकरण के लिए नेता जी सुभाष चौक पर कीमती भूमि शासन को दान कर दी, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा मुख्यमार्ग को पं. बंशराज तिवारी मुख्यमार्ग बलौदाबाजार के नाम कर दिया गया।