बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 6 मई। लोकसभा चुनावों के लिए शनिवार 4 तारीख से निजी तथा स्कूली बसों का अधिग्रहण चालू होने के बाद अब आगामी तीन-चार दिनों तक लोगों को बसों के लिए हलाकान होना पड़ सकता है। चुनाव के लिए अधिग्रहित बसों को 7 या 8 मई को ही मुक्त किया जाएगा।
विदित हो कि जिले की दो लोकसभा सीटों यानी जांजगीर-चांपा और रायपुर लोकसभा के लिए 7 मई को मतदान किया जाना है। सोमवार 6 तारीख से मतदान दलों को सामान प्रदान कर रवाना किया गया।
जिले में 160-170 निजी बसें और 55-60 शालेय बसों में से 90 फीसदी का अधिग्रहण किया गया है। शनिवार 4 तारीख को अधिग्रहण होने के पश्चात दलों की वापसी होने के बाद यानी 7 मई की देर रात या 8 में की सुबह ही बसों को अधिग्रहण से मुक्त किया जाएगा। बसें का अधिग्रहण होने की वजह से अब मुख्य मार्गों पर चलने वाली बसों में से गिनती की ही बसें अब नजर आ रही हैं।
बलौदाबाजार बस यूनियन संघ के अध्यक्ष मानक ठाकुर ने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर के निर्देश पर अधिग्रहण की गई बसों को लवन रोड स्थित नवीन कृषि उपज मंडी परिसर में खड़ा कराया जा रहा है। निर्वाचन कार्य संपन्न होने के बाद फिर से बसें अपने मुख्य मार्ग पर लौट जाएगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि चुनाव के मध्य नजर कुछ दिन सहयोग करें।
आवश्यकता न हो तो यात्रा न करें
वर्तमान में बेहतरा यानी वैवाहिक सीजन होने की वजह से बसों में सवारी की भीड़ है तथा सामान्य से अधिक लोगों द्वारा यात्रा की जा रही है। वहीं शाला अवकाश होने तथा ग्रीष्मकाल में यात्रा में जाने की वजह से भी इन दिनों बसों में भीड़ है, परंतु चुनाव को देखते हुए एक्सपर्ट द्वारा आगामी तीन से चार दिनों तक लोगों से यात्रा को टालने की बात कही जा रही है।
मुख्य मार्गों पर गिनती की ही बसें चलने की वजह से बसों में सवारी की काफी भीड़ रहेगी, जिससे बच्चों, महिलाओं तथा बुजुर्गों को बेवजह परेशानी झेलनी पड़ सकती है। लिहाजा अति आवश्यक न होने पर आगामी तीन से चार दिनों तक यात्रा से बचना ज्यादा बेहतर होगा।
बलौदाबाजार से आवागमन के लिए एकमात्र सडक़ मार्ग का ही साधन होने से बसों के अधिग्रहण के पहले ही दिन लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण इलाकों में अधिकांश लोगों को बसों के अधिग्रहण की जानकारी नहीं थी। जिसके चलते लोग परिवार व बस स्टैंड पहुंच चुके थे।
बस स्टैंड में बसों के खड़े न रहने और बस स्टैंड के खाली होने से लोगों को चुनाव की वजह से बसों के अधिग्रहण की जानकारी मिली। अब सुविधा न होने से अधिकांश लोगों को छोटे वाहनों के इंतजार में बस स्टैंड के आसपास किसी दुकान के नीचे और सडक़ किनारे पेड़ों के नीचे इंतजार करना पड़ा।
तेज धूप तथा भीषण गर्मी के बीच टैक्सी का इंतजार रहने की वजह से यात्री खासकर महिलाएं तथा बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं बसों के अधिग्रहण होने से छोटा हाथी मैजिक टैक्सी वालों की चांदी रही और किराया बढ़ाकर इन गाडिय़ों में क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर ले जाया गया।