बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 मई। ग्राम खपराडीह में सीलिंग की जमीन को काश्तकार एवं अन्य ने मिलकर श्याम लाल बाघमार के पुत्र के नाम पर बेच दी गई है। जिनकी रजिस्ट्री भी हो चुकी है।
नामांतरण के आवेदन दर्ज होने पर ग्रामीणों को भुईंया ऐप के माध्यम से पता चलने पर तहसील कार्यालय सुहेला में दावा-आपत्ति हेतु आवेदन सरपंच उर्मिला ध्रुव एवं जनप्रतिनिधियों ने सुहेला तहसील कार्यालय में दिया है। दावा-आपति आवेदन प्रस्तुत करने वाले में सरपंच उर्मिला ध्रुव, गजेंद्र वर्मा, तिलक राम वर्मा, भोजराम वर्मा, टिकेश्वर बाघमार, नेतराम बाघमार, कमल नारायण बाघमार, पदुम वर्मा, खुमान वर्मा आदि शामिल हंै।
इस संबंध में काश्तकार रूपउ ने कहा कि तीन पीढ़ी से हमें सीलिंग भूमि मिली हुई है। रायपुर में कमिश्नर से अनुमति ली गई है। श्यामलाल बाघमार का कर्जदार था। जिसके कारण मुझे जमीन बेचना पड़ा।
क्रेता श्यामलाल बाघमार का कहना है कि मुझे सीलिंग भूमि की जानकारी नहीं थी। हल्का पटवारी के के ध्रुव ने कहा कि सीलिंग भूमि नहीं है भू स्वामी जमीन है। जिसके कारण बिक्री नकल दिया गया है।
तहसीलदार कुणाल सरवैया ने कहा कि निर्वाचन ड्यूटी पश्चात प्रकरण देखकर ही बता पाना संभव है।
बताया गया कि ग्राम खपराडीह की सीलिंग भूमि पटवारी हल्का नंबर 39 खसरा नंबर 233 रकबा 0.454 हेक्टेयर कल 1.7 एकड़ सीलिंग भूमि काश्तकार के द्वारा बेचा गया। उक्त सीलिंग भूमि पर बी 1 में 17 लोगों का नाम काबिज काश्तकार के अनुसार अंकित है, किंतु वर्तमान में खपराडीह में केवल रूपउ ही अपने परिवार के साथ निवासरत है और जीवकोपार्जन उक्त भूमि पर कर रहा था। शेष अन्य सदस्य अन्यत्र जीवकोपार्जन कर रहे हंै। जिसमें माल्ती पिता पूनम, पूनम, हीरा दास, हीरा राम, विशंभर, हीराबाई पिता उदय राम सतनामी, दुकालू दुकलहा, सुकलाल पिता गंगाराम, पराऊ, रूपउ रूपचंद, पुनिया बाई, रूपवती, पनौती, रूपबाई पिता के जाऊं गनिका पिता सोनू का नाम शामिल हंै।