बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 30 नवंबर। पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ ही बस्तर जिले में भी धान खरीदी मंगलवार 1नवंबर को शुरू हो जाएगी। वहीं धान विक्रय हेतु पंजीयन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्योत्सव के अवसर पर घोषित शासकीय अवकाश के बावजूद 1 नवंबर को सभी धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी प्रारंभ करने के निर्देश दिए हैं। सरकार की मंशा के अनुसार बस्तर जिला प्रशासन द्वारा 1 नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत करने के लिए सभी तैयारियां कर ली है।
जिले में इस वर्ष 1340 नए किसानों ने पंजीयन करवाया है, जिससे पंजीकृत किसानों की संख्या 51239 हो गई है। इस वर्ष बस्तर जिले में 1 लाख 78 हजार 399 मिट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। धान खरीदी के लिए कांटा बांट, कंप्यूटर, नमी मापक यंत्र सहित आवश्यक सामग्री का सत्यापन कर लिया गया हैं। शासन द्वारा इस वर्ष धान खरीदी के लिए 50 प्रतिशत नए और 50 प्रतिशत पुराने बारदानों का उपयोग किया जाएगा। धान खरीदी के लिए वर्तमान में जिले में पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध है।
इस वर्ष बस्तर जिले में अच्छे मानसून और छत्तीसगढ़ सरकार की राजीव किसान न्याय योजना के कारण किसानों में उत्साह देखा जा रहा है। इसके साथ ही शासन द्वारा छत्तीसगढ़ के वास्तविक किसानों का ही धान खरीदने के लिए धान के अवैध परिवहन पर नकेल कसने की पूरी तैयारी की गई है। धान के अंतर्राज्यीय परिवहन को रोकने के लिए पड़ोसी राज्य ओडिशा की सीमा पर सात स्थानों पर जांच नाके बनाए गए हैं। इसके साथ ही सात उडऩदस्ता दल भी गठित किए गए हैं। जो धान के अवैध व्यापार, परिवहन और भंडारण के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।
एप के माध्यम से मिलेगा ऑनलाइन टोकन
अब समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले किसानों को धान विक्रय के लिए घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी। पंजीकृत किसान को धान विक्रय हेतु टोकन जारी करने की प्रक्रिया के सरलीकरण एवं सुव्यवस्थित प्रबंधन के उद्देश्य से एन.आई.सी. द्वारा एन्ड्रॉयड एप ‘‘टोकन तुंहर हाथ’’ विकसित किया गया है।‘‘टोकन तुंहर हाथ’’ एप की सहायता से प्रत्येक पंजीकृत किसान संबंधित उपार्जन केन्द्र में स्वयं के द्वारा निर्धारित तिथि में धान विक्रय हेतु टोकन प्राप्त कर सकेंगे। इस एप द्वारा किसान को समिति द्वारा दर्ज किसान की जानकारी पंजीकृत रकबा, बैंक खाता, टोकन एवं धान खरीदी आदि की सभी नवीनतम जानकारियां प्राप्त होंगी। इस एप के उपयोग से पंजीकृत किसानों द्वारा संबंधित समिति उपार्जन या उपार्जन केन्द्रों में आगामी 7 दिवस तक टोकन प्राप्त किया जा सकता है। एप के माध्यम से संबंधित समिति या उपार्जन केन्द्र में प्रत्येक दिन की खरीदी क्षमता के 30 प्रतिशत की सीमा तक ऑनलाइन टोकन प्राप्त किया जा सकेगा। उक्त सीमा में भी सीमांत, लघु व दीर्घ कृषकों को उनकी पंजीकृत संख्या के अनुपात में टोकन हेतु समान अवसर उपलब्ध होगा।