राजनांदगांव
डीएनए अस्पताल पर रुपए लेकर भी इलाज नहीं करने और रायपुर करने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 नवंबर। शहर के डीएनए अस्पताल में करीब 4 माह पूर्व एक महिला से दो लाख रुपए बिल वसूलने के बावजूद इलाज नहीं करने और गंभीर होने पर रायपुर रिफर करने के मामले में सीएमओ डॉ. एके बसोड ने एक जांच टीम का गठन किया है। तीन सदस्यीय टीम डीएनए अस्पताल पर लगे आरोपों की जांच करेगी। महिला को अस्पताल प्रबंधन ने बाहर बयानबाजी करने की सख्त हिदायत भी दी थी। जिसके चलते 4 माह गुजर जाने के बावजूद महिला से लिए गए रुपए वापस नहीं मिले हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम घुपसाल निवासी पीडि़त महिला के पति भीखम कुमार ने बताया कि पत्नी ममता उईके की 27 अगस्त को तबियत खराब होने पर डीएनए अस्पताल में भर्ती किया गया। भर्ती करते ही यहां के चिकित्सकों ने नार्मल डिलीवरी की बात कही, लेकिन बाद में उन्हें गुमराह कर 28 अगस्त को ही आपरेशन करते 30 अगस्त को डिस्चार्ज कर दिया गया। घर पहुंचने पर महिल की तबियत बिगडऩे लगी। गंभीर समस्या से घिरी महिला ने जब बढ़ रही बीमारी को लेकर डीएनए अस्पताल में फिर से चेकअप कराया तो एक आपरेशन फिर से किया गया और इसके बाद तबियत ठीक होते न देख महिला मरीज को रायपुर रिफर कर दिया गया। डीएनए अस्पताल ने महिला के इलाज के लिए तकरीबन 2 लाख रुपए वसूल लिए हैं। महिला के पति ने बताया कि तबियत ठीक होने का उनके द्वारा इंतजार किया जा रहा था, लेकिन तबियत बिगड़ती गई, तब शिकायत कर अस्पताल के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।