सरगुजा
अनुभव सुनने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 23 नवंबर। अम्बिकापुर के एवलोंन होटल में पिरामल स्वास्थ्य द्वारा कम्युनिटी इमर्सन कंसोलिडेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंह देव और स्वास्थ्य विभाग के जॉइंट डायरेक्टर पूनम सिंह सिसोदिया और अन्य सहकर्मी ने शिरकत की। वर्कशॉप में प्रोग्राम डायरेक्टर भरत और प्रोग्राम मैनेजर प्याली और आशीष कुमार शर्मा अन्य सरकारी प्रोग्राम लीडर द्वारा अतिथियों का पौधे देकर स्वागत किया।
पिरामल स्वास्थ्य के 35 गाँधी फ़ेलोस द्वारा पूरे सरगुजा संभाग के 25 गांवों में एक महीने तक आदिवासी समुदाय के बीच में रहने के अनुभव को प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया था। गाँधी फेलोस ने अलग-अलग आदिवासी समुदाय जैसे पहाड़ी कोरवा, कवर, गोंड, पंडो, आदि जनजातियों के साथ रहकर उन्होंने जो उनकी संस्कृति, दिनचर्या, आजीविका के साधन , उनकी समस्याओं के जमीनी स्तर के अनुभव और सेल्फ चेंज की स्टोरी को एग्सिबिशन के माध्यम से अच्छे से समझाया, फेलोस के काफी अच्छे अनुभव रहे क्योंकि अधिकतर फेलोस अलग-अलग स्टेट जैसे महाराष्ट्र, बिहार, यूपी और केरल से थे, जिनके लिए छत्तीसगढ़ की संस्कृति एकदम नई थी, इन फेलोस को छत्तीसगढ़ की संस्कृति को समझने का अच्छा मौका मिला।
प्रदर्शनी में लगाए गए स्टॉल में चार चीजों को दर्शाया गया था, जिसमें आदिवासी समुदाय की संस्कृति, सेल्फ चेंज, फेलोस द्वारा गतिविधि और पिरामल की सक्सेस स्टोरी और कार्य प्रक्रिया शामिल थी। स्वास्थ्य मंत्री ने एग्जिबिशन में लगाए गए सभी स्टॉल में जाकर फेलोस के अनुभव को काफी गंभीरता से सुना और पिरामल स्वास्थ्य के प्रोग्राम डायरेक्टर भरत जी ने उन्हें पिरामल स्वास्थ्य के ट्रायबल हेल्थ कोलेब्रेटिव प्रोग्राम और दो साल की फेलोशिप की यात्रा और युवाओं में इसको लेकर आगे की संभावनाओं के बारे में बताया।
प्रोग्राम मैनेजर प्याली और आशीष शर्मा द्वारा ट्रायबल हेल्थ कोलेब्रेटिव के पूरे सरगुजा डिवीजन में हो रहे कार्य की प्रक्रियाओं के बारे में बताया। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अपने छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के इतिहास और आदिवासी समुदाय की समस्या सहित विभिन्न पक्षों को युवा फेलोस और पिरामल की टीम के साथ साझा किया और पिरामल स्वास्थ्य के कार्यों को सराहा साथ ही भविष्य के कार्य के लिए शुभकामनाएं दी।