सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 6 दिसंबर। पुरानी रंजिश पर ईंट, डंडे और कुल्हाड़ी से वार कर ग्रामीण को गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसके घर में आग लगी दी,जहां गंभीर रूप से घायल होने के कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस ने गांव के ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 3 दिसंबर की रात्रि लगभग 11 बर्जे दया निधि साहू निवासी कोसीर छोटे ने अन्य ग्रामीणों के साथ थाना आकर सूचना दी कि वह रात्रि में खाना खाकर अपने घर में सो रहा था, तभी मोहल्ले में चिल्लाने की आवाज सुनकर बाहर निकल कर देखा तो उसके चाचा गोरालाल साहू के घर में आग लगकर धुआं निकल रहा है, जिसे गांव वालों की मदद से आग को बुझाए और घर के दरवाजा के पास देखे तो उसका चाचा गोरालाल साहू अपने घर के पटाव में आग से जलकर मर गया है। थाना प्रभारी विजय चौधरी ने घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
अफसरों के निर्देश पर थाना प्रभारी विजय चौधरी अपनी टीम को लेकर रात को ही घटनास्थल पर पहुंच गए। मौके पर जाकर पुलिस ने पाया कि मृतक गोरालाल साहू के घर में आग लगी हुई थी और एक व्यक्ति पटाव में जली हुई अवस्था में पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने पुलिस के पहुंचने के पूर्व आग बुझाने का प्रयास किया था, परंतु आग अभी भी जल रही थी।
पुलिस ने काफी मशक्कत कर आग पर काबू पाया परंतु घटनास्थल धुआं से भर गया था और रात होने की वजह से कुछ स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। थाना प्रभारी स्वयं टीम के साथ रात भर घटना स्थल में उपस्थित रहे । सुबह होते ही पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा व उपपुलिस अधीक्षक स्नेहिल साहू भी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं संपूर्ण घटनास्थल का निरीक्षण , घटना संदेहास्पद पाए जाने से बारीकी से जांच किए जाने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए।
पुलिस ने लाश को पटाव से उतारकर मर्ग कार्यवाही पश्चात पोस्टमार्टम के लिए भेजा एवं घटनास्थल की बारीकी से जांच करने पर साथ ही आसपास के लोगों व मुखबिर से मृत्यु के पूर्व मृतक के साथ नान्हू साहू (55)व दयानिधि साहू (40) दोनों निवासी कोसीर छोटे सारंगढ़ का झगड़ा होने की बात सामने आई।
पुलिस द्वारा दोनों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि घटना दिनांक की शाम को ही उनकी व मृतक गोरा लाल साहू (55) के बीच पुरानी रंजिश को लेकर कहासुनी हुई थी। मृतक गोरा लाल साहू पूर्व से ही आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है व उसके खिलाफ दर्जनों मामले थाने में दर्ज हैं।
बार-बार के झगड़ों से परेशान होकर आरोपी नान्हू साहू व दया निधि साहू ने गोरा लाल की हत्या करने की साजिश रच डाली और गोरा लाल के साथ लड़ाई झगड़ा करते हुए उसे ईंट, डंडे और कुल्हाड़ी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
गोरा लाल अपनी जान बचाने के लिए घर के अंदर दरवाजा बंद कर छुप गया। जहां आरोपियों ने दरवाजे के एक भाग को तोडक़र घर में पड़े चिंदी कपड़ों में आग लगा-लगा कर कमरे में फेंकना चालू कर दिया, जिससे कमरे में पड़े बिस्तर में भी आग लग गई। गोरा लाल अपनी जान बचाने के लिए कमरे में बने छेद से पटाव में चला गया, जहां गंभीर रूप से घायल होने के कारण उसकी मौत हो गई और आरोपियों द्वारा लगाई गई आग से घर के साथ मृतक का शरीर भी जल गया।
आरोपियों ने घटना को आगजनी का रूप देने का प्रयास किया, परंतु पुलिस के शक को डॉक्टर की मुलाहिजा रिपोर्ट ने पुख्ता कर दिया। डॉक्टर द्वारा गोरा लाल की मृत्यु का कारण सिर की चोट होना बताया। आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा सबूत पाए जाने से धारा 302, 201, 34 भादवी का अपराध दर्ज कर आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।