राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 दिसंबर। स्पंज आयरन फैक्ट्री के विरोध में कोपेडीह के ग्रामीण उतर आए हैं। सोमवार को ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते इसका विरोध किया।
युवा एवं ग्रामीण संघ कोपेडीह के लोगों ने सोमवार को जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते आधा दर्जन बिन्दुओं पर अपनी मांग रखी। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कहा कि कल्याणी इस्पात लिमिटेड द्वारा स्पंज आयरन फैक्ट्री ग्राम कोपेडीह में खुलने जा रहा है, जिसका आसपास में निवासरत ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कोपेडीह द्वारा एनओसी दिया गया। जिसका ग्रामीणों को जानकारी नहीं है। वहीं स्पंज आयरन फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण से कृषि भूमि प्रभावित होगी। जिससे किसानों को नुकसान होगा। पर्यावरण प्रभावित होगा और अनेक प्रकार की बीमारियां फैलेंगी, तालाबों का पानी उपयोग के लिए नहीं जाएगा। इसके अलावा कोयले की राख वायुमंडल में उडऩे लगती है, जिससे लोगों को स्कीन एलर्जी जैसी समस्या हो जाती है और सांस घुटने लगती है। इससे इलाके का पानी, जंगल, जमीन और हवा प्रदूषित हो जाएगा। फैक्ट्री से निकलने वाला धुंआ, राख एवं अन्य अवशेष निस्तृत होकर प्रदूषित कर देंगे।
ग्रामीणों ने बताया कि वायु प्रदूषण के कारण छत्तीसगढ़ में अब तक 57.8 प्रतिशत मृत्यु दर है, जो कि बहुत ही दयनीय स्थिति है। विनिर्माण प्रक्रिया के दौरान अत्याधिक ताप निकलता है और उसमें से निकलने वाले धुंए में सल्फर एवं कार्बन के ऑक्साइड एवं बिना जले कार्बन के कण एवं बालू के कण होते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हमारा गांव व क्षेत्र ऐसी स्थिति से बची हुई है, जिसे हम बरकरार रखना चाहेंगे। ग्रामीणों ने फैक्ट्री का विरोध किया।
ज्ञापन सौंपने के दौरान द्वारिका प्रसाद, मनराखन, लीलाधर, विकेश, मुकेश साहू, रिकेश साहू, शुभम साहू, रूपेश, लोकेश साहू, मनोहर, रामदुलार, मंगलूराम साहू, निरंजन दास, शिवकुमार, मानिक साहू, जगदीश साहू समेत अन्य ग्रामीण शामिल थे।