रायपुर
बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की चुनौती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जनवरी। बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने बुधवार को मारूति मंगल भवन में पत्रकारों से चर्चा में अंधविश्वास श्रद्धा निर्मुलन समिति के चुनौतियों को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि हिंदू सनातन धर्म पर विश्वास करना कहना गलत है। मैं सनातनी हूं सनातन मेरा धर्म है। हनुमान जी की भक्ति करना कोई तंत्र-मंत्र नहीं है। हम अंधविश्वास को े मिटाने का काम कर रहे हैं। प्रभु की भक्ति करना अपराध नहीं है। कुछ लोग इसे अंधश्रद्धा समझते हैं।
चुनौती के सवाल पर आचार्य धर्मेंद्र शास्त्री ने कहा कि नागपुर में 7 दिन था मेरा प्रवचन तब तक ये चुनौती देने वाले कहां थे। हम अपने तयशुदा कार्यक्रम को पूरा कर वापस आ गए तब चुनौती की बात कह रहे हैं अगर किसी को हमारी विद्या पर शंका है तो हमें उनकी चुनौती स्वीकार है। रायपुर में अभी 20-21 को हमारा दिव्य दरबार है। जिनको भी दरबार में आकर अपनी अर्जी लगानी है वो आ जाये आने-जाने का किराया हम देंगे। हमें हमारे हनुमान जी पर पूरा विश्वास है जिसको शंका हो ,वो समाधान करना हो आ जाये।
नागपुर के अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति को धीरेंद्र शास्त्री की चुनौती रायपुर आ जाए सारे शंका का होगा समाधान प्रवचन करना हनुमान जी की बात बताना क्या अंधश्रद्धा है? अगर है तो देश के सारे हनुमान भक्तों पर एफआईआर होना चाहिए। कैंडल जलाना,चादर चढ़ाना श्रद्धा है तो क्या हनुमान जी का नाम लेना अपराध है?
उन्होंने हनुमान चालीसा का बखान करते हुए कहा कि भूत पिसाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे, हम कोई तंत्रमंत्र नहीं करते और न ही कोई दावा करते,भक्तों को कथा और हनुमान जी की भक्ति और शक्ति से का बखान करते हैं। भक्त स्वंम ही भगवान से जुड़ जाते हैं। आचार्य ने मीडिया से कहा कि मीडिया गलत प्रचार न करें। जो सत्य है उसे स्वीकार करे, बालाजी का दरबार न बुलावा न दावा।