सरगुजा
अंबिकापुर, 27 फरवरी। एकलव्य आदर्श विद्यालय घंघरी अंबिकापुर में टी. बी. जागरूकता कार्यक्रम किया गया। ज्ञात हो किदेश में 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करने के लिए चलाए गए कार्यक्रम में जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ शैलेंद्र गुप्ता के मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशन में सरगुजा जिला को टीबी मुक्त जिला बनाने के उद्देश्य से सघन कार्य चलाया जा रहा है।
कार्यक्रम में पिरामल स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ सरगुजा जिला कार्यक्रम अधिकारी महेंद्र कुमार तिवारी के द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कराया गया, जिसमें 180 छात्र छात्राओं और प्राचार्य सहित 11 शिक्षकों को क्षय नियंत्रण की विभिन्न प्रकार की जानकारी दी गई।
बताया गया कि क्षय रोग के मरीज या ऐसे रोगी जिन्हें खांसी की शिकायत हो या ऐसे मरीज जिनमें शुगर, एचआईवी, धूम्रपान, व कैंसर के कारण क्षय रोग छाती में होने की संभावना ज्यादा रहती है। साथ ही बच्चों को यह बताया गया कि टीबी क्या है, इसके लक्षण क्या है, और इसका ईलाज कहां और कैसे होता है।
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य अशोक तिग्गा ने कहा कि क्षय रोग अब लाईलाज बीमारी नहीं है। न यह किसी भी प्रकार की छुआछूत की बीमारी है।
पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यकम समन्वयक सरस्वती विश्वकर्मा ने कहा कि क्षय रोग का ईलाज और उपचार अब सभी जगहों में उपलब्ध है। अगर किसी भी व्यक्ति को दो हफ्ते से ज्यादा खांसी, बुखार, कमजोरी या सीने में दर्द हो तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में अपने खखार की जांच अवश्य कराएं। कार्यक्रम में सभी बच्चों एवं शिक्षकों ने भी अपनी सहभागिता दी।