कोण्डागांव
कोंडागांव, 3 मार्च। एससीईआरटी रायपुर की टीम छात्र-छात्राओं की आंकलन के लिए माध्यमिक शाला कोकड़ी पहुंची।
ज्ञात हो कि एनपीई 1986 के सिफारिशों और इसकी कार्ययोजना के अनुसरण में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), दिल्ली के स्थापना 27 मई 1986 को एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई थी, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए शैक्षिक संसाधन सहायता प्रदान की जा सके। इसी कड़ी में राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद रायपुर के 2 सदस्यीय टीम सुघ्घर पढ़वईयाँ योजना के तहत बच्चों का स्तर आकलन हेतु कोंडागांव जिले में 1 प्राथमिक एवं एक मिडिल स्कूल का चयन किया गया, जिसमें शासकीय प्राथमिक शाला सिरपुर विकासखंड फरसगांव तथा शासकीय माध्यमिक शाला कोकोड़ी विकासखंड कोंडागांव का चयन कर बच्चों का स्तर आंकलन किया गया।
एससीईआरटी रायपुर टीम के प्रसून सरकार व्याख्याता एवं पीआर साहू सहायक प्रध्यापक द्वारा आंकलन किया गया। जिसमें कक्षा पहली से आठवीं तक के थर्ड पार्टी आंकलन हेतु अनुरोध करने वाले विद्यालयों का संस्कृत विषय को छोडक़र अन्य सभी विषयों का स्तर आंकलन किया गया।
इस अवसर पर सहायक परियोजना समन्वयक रूपसिंह सलाम कोंडागांव, आईटी सेल से नारायण सिंह जायसवाल आईटी डेटा एनालिस्ट एवं सोनम शांडिल्य लिटरेसी एक्सपर्ट कोंडागाँव तथा राजेंद्र जोशी डाइट बस्तर से नोडल अधिकारी के रूप में एवं साथ में सीएसी की टीम में राजूराम दीवान, रामसिंह नाग, बीआरपी आर पी कुपाल एवं लिकेश्वर पांडे के साथ शासकीय मिडिल विद्यालय कोकोड़ी के शिक्षक शिक्षिकाओं की उपस्थिति में बच्चों का स्तर आंकलन किया गया।