सरगुजा

सरगुजा संभाग में अगले 24 से 48 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 30 मार्च। सरगुजा में बीते सप्ताह में वर्षा, अंधड़ चलने, वज्रपात के बाद पुन: संभाग के मौसम में बदलाव आया है । किसानों के माथे पर चिंता की लकीर साफ बता रही कि मौसम खऱाब हुआ तो फिर फसल के खऱाब होने के साथ बहुत बड़े आर्थिक बोझ में दब जाएंगे। गुरुवार की शाम आसमान में बादल छा जाने के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलने लगी। इसके साथ साथ मेघ गर्जना व बारिश के होने से किसानों की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग (ग्रामीण कृषि मौसम सेवा) के वरिष्ठ कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. रंजीत कुमार ने 30 मार्च के मौसम केंद्र रायपुर द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के आंकड़ों के आधार पर समूचे सरगुजा संभाग के लिए प्रभाव आधारित कृषि मौसम पूर्नुवानुमान जारी करते हुए बताया कि सरगुजा सम्भाग व समीप के जिलों में 31 मार्च को एक से दो स्थानों पर तेज हवाओ के साथ-साथ मेघ गर्जन/ आकाशीय बिजली गिरने तथा कही कहीं बौछारें होने की सम्भावना है।
गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात की संभावना को देखते हुए कृषि मौसम वैज्ञानिक यमलेश निषाद ने किसानों को भी सलाह दी है कि किसान भाई स्वयं को घर के अंदर सुरक्षित रहें द्य वर्तमान मौसम को ध्यान में रखते हुए साफ मौसम रहने पर ही फफूंदनाशक दवाई का छिडक़ाव करें द्य खेत में जलनिकास की समुचित व्यवस्था करें। मटर, बैंगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर आदि सब्जियों में लगातार बदली एवं बूंदाबांदी से कार्बन नत्रजन अनुपात बिगड़ जाने से फसल की गुणवत्ता व स्वाद में परिवर्तन आ जाता है अत: संभव हो तो परिवक्व फसल को बाजार भेजना सुनिश्चित करें।
क्षेत्रीय खाद्य फसले जो प्रसंस्करण में टमाटर, हल्दी, सेम, अरहर (खोइला) जो काटकर धुप में सुखाए गए हों उन्हें आज शाम से आगामी सूचना तक बाहर खुले में न सुखाएं।