रायगढ़
कोतवाली पुलिस ने ओडिशा के बेलपहाड़ में पकड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 अप्रैल। कोतवाली पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय ठग गिरोह के फरार आरोपी मोहम्मद फरमान (22) को ओडिशा बेलपहाड़ से गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया जिसे शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट पेश किया गया है। थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे को फरार आरोपी मोहम्मद फरमान के बेलपहाड़ में देखे जाने की सूचना मुखबिर से प्राप्त होने पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर पुलिस टीम तैयार कर बेलपहाड़ रवाना किया गया था, जिनके द्वारा सुनियोजित तरीके से आरोपी की घेराबंदी कर गिरफ्तार कर रायगढ़ लाया गया है।
पुलिस के अनुसार आरोपी मोहम्मद फरमान पिता मोहम्मद सरीफ (22) निवासी बाबापारा गांधीनगर बेलपहाड़ जिला झारसुगुडा (ओडिशा) पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर बताया कि ये चोरी के अपराध में झारसुगुडा जेल में निरूद्ध था। जेल में इसकी मुलाकात आरोपी प्रेम कुमार उर्फ असलम निवासी कन्नौज (उत्तर प्रदेश) से हुआ। दोनों बेरोजगारों को बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने गिरोह तैयार किये। आरोपी मोहम्मद फरमान, उडिय़ा भाषा का ज्ञान रखता था इसने उडिय़ा में जॉब वाले पंपलेट तैयार करवाया और उसे बेलपहाड़ और कई स्थानों पर चस्पा कराये, आरोपियों द्वारा हिन्दी वाले पंपलेट को रायगढ़, महासमुंद व अन्य जिलों में चस्पा कराया गया था और रायगढ़, महासमुंद में अपना आफिस खोलकर स्थानीय युवकों को भी ठगी के काम लगा रखे थे।
कोतवाली में पीडि़त युवती दर्ज कराई थी, गिरोह पर एफआईआर
थाना सिटी कोतवाली अंतर्गत बैकुंठपुर रायगढ़ में रहने वाली अंशु यादव पिता स्वर्गीय बाल मुकुंद यादव (25) द्वारा 26 नवंबर 2022 को थाना कोतवाली में लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराया गया था।
पीडि़त युवती ने बताया कि माह अक्टूबर 2022 में शहर के कई जगह जॉब के पोस्टर दिवाल, खंभों में चिपके हुए थे। पॉम्प्लेट देखकर जानकारी हुआ कि नगर निगम कॉम्प्लेक्स में कंपनी के एक ऑफिस में युवतियों को आफिस रिसेस्निस्ट के जॉब की भर्ती ली जा रही है। जहां जाकर इंटरव्यू दी और सलेक्ट हो गई। ऑफिस जाकर पता किये ऑफिस में एक व्यक्ति अपना नाम प्रेम कुम्हार बताया जो स्वयं को जियो लाइफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का होना बताया और 1,549 लेकर बजाज कंपनी का एक जॉइनिंग लेटर दिया जिसमें सैलरी 16,500 लिखा हुआ था। इसके साथ इसकी 4 और सहेलियां भी नौकरी शुरू कर दी। प्रेम कुम्हार ने कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर सज्जाद अंसारी से मिलाया जो ऑफिस में आकर काम देखता था। इन्हें ट्रेनिंग में बतलाया गया था कि जॉब के नाम पर कॉलर को बजाज कंपनी के तरफ से बात करते हुए रजिस्ट्रेशन फीस 1,549 रुपए लेने के ऑनलाइन स्कैनर भेजकर प्राप्त करना है। 1 महीने बाद प्रेम कुम्हार ऑफिस बंद कर भाग गया, पता चला कि वे कई लोगों से 1549 रुपए फीस लेकर ठगी किया है। जब इन्हें ठगी का पता चला कि उनके द्वारा दिया गया जॉइनिंग लेटर फर्जी है तो कोतवाली थाने में अपराध पंजीबद्ध कराये, आवेदन पर आरोपियों के विरूद्ध धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
ऐसे की जाती थी बेरोजगारों से ठगी
गिरोह के सदस्य बेरोजगार युवकों से धोखाधड़ी करने बकायदा अपना ऑफिस खोल कर शहर के प्रमुख चैराहों पर विकेंसी वाले पंपलेट चस्पा कर अपना नंबर शेयर करते थे। इनके संपर्क में आये युवक-युवतियों को सबसे पहले नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 1500 रजिस्ट्रेशन फीस लेते और उन्हें फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर जॉब के नाम पर ट्रेनिंग कराए जाने का आश्वासन दिया जाता था। ठगों का नेटवर्क ओडिशा के बाद छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले और महासमुंद जिले में बेरोजगारों के साथ धोखाधड़ी किया गया है।