बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 अप्रैल। हिजरी सावंत के सावन महीने का आखिरी रोजा शुक्रवार को होगा वही चांद भी नजर आने की पूरी संभावना है। ऐसे में 22 अप्रैल को ईद उल फितर मनाई जाएगी वहीं शनिवार को ही अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती मनाई जाएगी। ऐसा संयोग पिछले 2 साल में भी बना था हिंदू धर्म में जहां अक्षय तृतीया पर दान देने का विशेष महत्व है। वही मीठी ईद के मौके पर जकात यानी दान देने का भी रिवाज है, जिससे गरीबों के लिए निकालना धार्मिक मान्यताओं में बड़ा फर्ज बताया गया है। साथ ही सभी की सलामती व अमन के लिए इस मौके पर मस्जिदों में दुआ की जाएगी।
बेमेतरा जिले के साजा विकासखंड में विगत दिनों उठे संप्रदायिक दंगे के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। बुधवार को एसडीएम कार्यालय में एसडीएम रोमा श्रीवास्तव की उपस्थिति में शांति समिति बैठक हुई। इसमें 22 अप्रैल को ईद उल फितर अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती तैयारी में त्यौहार मनाया जाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में एसडीएम ने शांति समिति के सदस्यों से कहा कि जिले में ईद उल फितर अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती को शांति तथा सद्भावना के साथ मनाएं। इस प्रकार की परंपरा बलौदा बाजार जिले में हमेशा से चली आ रही है। इसी प्रकार की परंपरा आगे भी बनी रहे। वहीं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिंद्र चौबे ने सभी धर्मों संप्रदायों से ध्यान में रखते हुए शांति एवं भाईचारे के साथ त्योहार मनाए जाने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक किया भडक़ाऊ पोस्ट डालने व शेयर करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।