बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा बाजार, 13 मई। जिले में स्थित बार नयापारा अभ्यारण के कोठारी रेंजर में क्रोकोडाइल पार्क निर्माण पर वन विभाग द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर कुछ मगरमच्छों को यहां लाकर रखने के साथ तामझाम कर पार्क का विधिवत उद्घाटन भी कराया गया था। तथा वन विभाग व जिला प्रशासन द्वारा क्रोकोडाइल पार्क के निर्माण से यह पर्यटक बढऩे का दावा किया गया था, लेकिन महज 2 से 3 वर्ष के भीतर ही उक्त क्रोकोडाइल पार्क में रखे हुए मगरमच्छों को यहां से जंगल सफारी रायपुर भिजवा दिए जाने की जानकारी वन विभाग के सूत्रों द्वारा दी गई है। जिससे क्रोकोडाइल पार्क के नाम पर किए गए करोड़ों रुपए खर्च में गोलमोल की आशंका व्यक्त की जा रही है।
जानकारी देने के बजाय अधिकारी ने की अभद्रता
सूत्रों का कहना है कि सैलानियों को लुभाने के नाम पर अफसरों के कमाई का एक जरिया बनते जा रहा है। अभ्यारण के अंदर मगरमच्छ पालन केंद्र इसका बड़ा उदाहरण है। करोड़ों रुपए खर्च करके या केंद्र बनाया गया था। मगरमच्छ लाकर भी रखे गए थे। लेकिन देखरेख के अभाव व विभाग की लापरवाही की वजह से एक के बाद एक मगरमच्छों की मृत्यु हो गई।
इस बारे में जब एक मीडिया कर्मी द्वारा कोठारी रेंजर के रेंजर जीवन साहू से मिलकर जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने न केवल जवाब देने से मना करने के साथ दुव्र्यवहार करते हुए मीडिया कर्मी के माइक को झटक दिया गया।
बार अभ्यारण में ऐसा कुछ है मुझे जानकारी नहीं है-डीएफओ
जिला वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल से मगरमच्छ पालन केंद्र के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि बार नयापारा में क्रोकोडाइल पार्क बना है तो मुझे नहीं मालूम है। अगर आपको जानकारी चाहिए तो सूचना का अधिकार के तहत आवेदन दे दीजिए, उपलब्ध करवा दी जाएगी।