सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर,16 मई। मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर के तत्वावधान में आज ‘हमर खून बचाही जिंदगी’ के अंतर्गत स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं हेल्थ चेकअप कैम्प का आयोजन तकिया मजार स्थित अंजुमन इस्लाहुल मुसलमीन कमेटी अम्बिकापुर, सरगुजा में किया गया। जिसमें 18 वर्ष से अधिक लोगों को हमर खून बचाही जिंदगी के अंतर्गत रक्त दान हेतु जागरूक किया गया।
स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत कर एम. सिद्दीकी ने बताया कि रक्तदान को इसलिए महादान का नाम दिया गया है क्योंकि आप जो ब्लड दान करते हैं, उससे कई लोगों की जिंदगी बच जाती है।
इसी तारतम्य में मुख्य अतिथि डॉ. विकास पांडे ने कहा कि हर साल लाखों लोगों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता होती है. कुछ को सर्जरी के दौरान रक्त चढ़ाने की सख्त आवश्यकता पड़ जाती है. कई बार दुर्घटना होने के बाद भी एमरजेंसी में ब्लड चढ़ाना होता है। जो लोग रक्त दान करते रहते हैं, उन्हें दिल की बीमारियां और स्ट्रोक का खतरा कम रहता है. ब्लड में आयरन अधिक होने पर हार्ट हेल्थ पर असर पड़ता है।
इरफान सिद्दीकी ने बताया कि रक्तदान तब होता है, जब एक स्वस्थ व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रक्त देता है और रक्त-आधान (ट्रांसफ्यूजन) के लिए उसका उपयोग होता है या फ्रैकशेनेशन नामक प्रक्रिया के जरिये दवा बनायी जाती है।
अंजुमन इस्लाहुल मुस्लमीन कमेटी अम्बिकापुर के द्वारा रक्तदान करने वाले सभी लोगों को सर्टिफिकेट एवं साफा देकर सम्मानित किया गया।
स्वास्थ्य विभाग से ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. विकास पांडे, अंजुला मिश्रा, लैब टेक्निशियन एवं ब्लड बैंक की पूरी टीम, इरफान सिद्दीकी अंजुमन इस्लाहुल मुसलमीन कमेटी के सदर, अफजाल अंसारी, एम. सिद्दीकी निदेशक जन शिक्षण संस्थान सरगुजा, गिरीश गुप्ता साक्षरता सरगुजा, महफूज आलम, शादाब रज़वी, शाहिद हुसैन, डॉ. तन्मय जैन, मुकेश जैसवाल आदि की गरिमामय उपस्थिति रहीं।