सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 17 मई। प्रदेश सरकार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन करने जा रही है, जिसको लेकर राम के नाम पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
दरअसल, प्रदेश सरकार द्वारा रायगढ़ में राष्ट्रीय महोत्सव का आयोजन 1 से 3 जून तक किया जाना है, जिसको लेकर प्रदेश के खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि यह तो बहुत अच्छा है कि भगवान राम का छत्तीसगढ़ में आगमन हुआ और जिन-जिन रास्तों से होकर गुजरे, उन रास्तों को प्रदेश सरकार पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के साथ मिलकर राम गमन वनपथ के जरिए राम भगवान की यादों को संजोए रखना चाहती है, वहीं छत्तीसगढ़ आने वाले लोगों को एक नया अनुभव मिल सके, यहां के विरासत और संस्कृति के बारे में जानकारी मिल सके और पर्यटक इस माध्यम से भी छत्तीसगढ़ को जाने।
इधर, प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से बीजेपी के बाद अब कांग्रेस राम के नाम पर लोगों को साधने की कोशिश करने के सवाल पर कहा कि भगवान राम को माने तो दिक्कत, न माने तो आपत्ति। छत्तीसगढ़ के रग-रग में राम बसे हैं, जब सुबह किसी से मिलते हैं तो अभिवादन राम-राम से करते हैं। भगवान राम को भांजा राम के नाम से पूजते हैं, इसलिए भांजा को प्रणाम करते हैं तो ऐसे में इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए।
आगे कहा कि हमारी संस्कृति में भगवान राम का उल्लेख है, जिसके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है, इसे ही सामने लाने के लिए इस तरह के आयोजन कर सांस्कृतिक धरोहर के बारे में जानकारी देने का प्रयास किया जा रहा है और इसे राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है, वह गलत है।