बस्तर

कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही अधीक्षक, से लेकर सभी डॉक्टरों, इंटर्न ने संभाला मोर्चा
04-Jul-2023 8:18 PM
कर्मचारियों के हड़ताल पर जाते ही अधीक्षक, से लेकर सभी डॉक्टरों, इंटर्न ने संभाला मोर्चा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 4 जुलाई। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में कार्यरत लैब टेक्नीशियन से लेकर संविदा स्टाफ के द्वारा अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार की सुबह से हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके चलते वार्ड में परेशानी न हो, इसे लेकर अधीक्षक ने सुबह से ही मोर्चा संभाल रखा हुआ है।

हड़ताल के चलते वार्डों में जहां स्टाफ नर्स की कमी दिखाई दी तो वहीं दूसरे वार्डों से लाकर पूर्ति किया गया। इस समस्या का हॉस्पिटल में ज्यादा प्रभाव देखने को नहीं मिला, वहीं अधीक्षक से लेकर सभी सीनियर डॉक्टरों की टीम के द्वारा हर वार्ड में अपने इंटर्न से लेकर जेआर डॉक्टरों को तैनात कर व्यवस्था को पूरा किया है, इस दौरान सारे विभाग के वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ ही फैकल्टी ने मरीजों को परेशानी न हो, इसलिए खुद ही आगे बढक़र काम करना शुरू कर दिया।

ज्ञात हो कि छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रान्तीय आव्हान पर 4 जुलाई को 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन का शंखनाद बस्तर जिले में भी किया, छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा के जिलाध्यक्ष एवं उपप्रान्ताध्यक्ष अजय प्रताप सिंह परिहार ने जानकारी दी कि शासन को स्वास्थ्य विभाग के नियमित एवं संविदा कर्मचारियों की समस्या के निदान हेतु बारम्बार निवेदन/आवेदन करने के पश्चात भी शासन द्वारा कर्मचारी हित में कोई सार्थक पहल नहीं की गई है । जिसके कारण अनिश्चत आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है,

ज्ञात हो कि बस्तर जिले में चिकित्सक से लेकर पैरामेडिकल स्टाफ के स्वीकृत पद के विरूद्ध कई पद रिक्त हैं, इसके बावजूद भी स्वास्थ्य कर्मी पूरी निष्ठा के साथ कार्य कर रहे हंै, जिले के चिकित्सक एवं पेरामेडिकल स्टाफ की कार्यों की वजह से स्वास्थ्य विभाग का कार्य राज्य स्तर पर भी सराहा जाता रहा है, मलेरिया उन्मूलन की दिशा में अच्छे कार्य की वजह से आजकल मलेरिया रोग का फैलाव कम हुआ है,कोविड काल में भी चिकित्सक एवं पेरामेडिकल स्टाफ ने जी जान से काम किया, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी, इतना करने के बावजूद भी शासन स्वास्थ्य कर्मचारियों की जायज मांग को लेकर गंभीर नहीं हैं।

4 जुलाई के अनिश्चितकालीन हडताल में स्वास्थ्य विभाग के नियमित / अनियमित / संविदा / एनएचएम/ डीएमएफटी एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी सम्मिलित थे, जिसके कारण मेडिकल कालेज / जिला चिकित्सालय / सामुदायिक / प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र में पूरी तहत से काम बंद रहने की बात कही गई,

दिखी गुटबाजी

हड़ताल को लेकर कर्मचारियों में गुटबाजी दिखाई दिया, जहां कई लोग इस हड़ताल में शामिल तो हुए वहीं कई लोगों ने जाने से मना कर दिया, जिसके कारण अधिकतर स्टाफ नर्स ने अपनी ड्यूटी बखूबी निभाई।

मंगलवार की सुबह से ही अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू हर वार्ड का निरीक्षण किए, जहां कुछ वार्ड में स्टाफ की कमी देखने के तत्काल बाद दूसरे वार्ड से स्टाफ को वहां भेजने के साथ ही वार्ड को सुचारू रूप से संचालित किया, जिससे की मरीजों को किसी भी तरह से कोई परेशानी नहीं हुई।

मुश्किल वक्त में दिखाना है काम

निरीक्षण के दौरान डॉ. अनुरूप साहू ने इंटर्न से लेकर जेआर डॉक्टरों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही कहा कि अच्छे समय में तो सभी साथ देते है, पता तब चलता है जब विषम परिस्थितियों में कोई न हो, उन्होंने सभी को हिदायत दिया है की वार्ड से कोई भी नदारद नहीं रहेगा, और न ही मरीजों को तकलीफ होने दें।

नर्सिंग छात्राओं भी आए आगे

हड़ताल को देखते हुए वार्ड के ही डॉक्टरों द्वारा मरीजों को एक्स रे से लेकर अन्य जांच के लिए व्हील चेयर से लेकर स्टेचर पर लेकर उनकी जांच कराने पहुंचे, वहीं स्टाफ नर्स की मदद करने के लिए नर्सिंग छात्राओं ने भी बढ़-चढक़र काम किया।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news