राजनांदगांव
24 सूत्रीय मांगों को लेकर बेमियादी हड़ताल पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जुलाई। स्वास्थ्य महकमे के मैदानी और अस्पतालों में कार्यरत कर्मियों का दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहा। मैदानी अमले ने अपना कामकाज बंद कर दिया है। वहीं जिला चिकित्सालय के सामने विभाग के स्टॉफ नर्स, लिपिक, तकनीकी कर्मी और अन्य कर्मचारी हड़ताल में शामिल हैं। नियिमितीकरण की मांग को लेकर एक ओर कई संविदाकर्मी हड़ताल में चले गए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के जाने से मरीजों और अस्पताल प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ गई है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया है। जिससे शासकीय अस्पतालों की व्यवस्था चौपट हो गई है। स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों में वेतन विसंगति दूर करने तथा समिति बनाकर वेतन का समाधान करने की मांग कर रहे हैं। इसके साथ नियमित भर्तियों के पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, आयुष विभाग, जीवनदीप समिति, डीएमएफ के अंतर्गत कार्यरत संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण की मांग भी कर रहे हैं।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि पुलिस विभाग की तरह एक वर्ष में 13 माह का वेतन दिया जाए। स्वास्थ्य कर्मचारियों को 4 स्तरीय वेतनमान दिए जाने के अलावा एकल पद के तकनीकी पदों हेतु 4 स्तरीय पदोन्नति चैनल बनाया जाए। डिप्लोमाधारी स्टॉफ नर्स को 3 वेतन वृद्धि एवं डिग्रीधारी स्टॉफ नर्स को 4 वेतनमान का लाभ दिया जाए। नियमित भर्तियों के विरूद्ध वर्तमान में कार्यरत अलग-अलग योजनाओं के तहत संविदा में कार्यरत कर्मियों को नियमित किया जाए। स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि पुरानी मांगों को लेकर पहले भी आंदोलन किया गया, लेकिन सरकार ने उनकी मांग को अनसुना कर दिया, इसलिए अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए।