सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 7 जलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी वेतन विसंगति, पुलिस विभाग के सामान वर्ष में 13 माह का वेतन, अनियमित कर्मचारियों को नियमित करना या समान कार्य समान वेतन जैसे 24 सूत्रीय मांगों को लेकर सामूहिक छुट्टी लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले गए हैं।
स्टाफ नर्स सहित कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में जहां टीकाकरण सहित अन्य कार्य प्रभावित हुए, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व उप स्वास्थ्य केंद्र में भी स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी से उतर गई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में व्यवस्था सुधारने परिवीक्षा अवधि के 112 लोगों को काम पर लगाया गया था। टीकाकरण महिलाओं का तो किया गया, परंतु बच्चों का टीकाकरण नहीं हो सका।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य कर्मचारी मंगलवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर हैं। सैकड़ों स्वास्थ्य कर्मचारियों के आंदोलन में चले जाने से जहां जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र सहित शहरी स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है। वहीं मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जांच लैब, दवा वितरण से लेकर कई व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी ट्रेनिंग कर रहे छात्र-छात्राओं के कंधे पर डाल दी गई है। इस व्यवस्था से उपचार कराने अस्पताल पहुंच रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
सीएमओ ऑफिस में भी कर्मचारियों के नहीं रहने से कई कार्य प्रभावित होने शुरू हो चुके हैं। स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से इसका सीधा असर ग्रामीण इलाकों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिल रहा है, जहां मरीजों को स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल पर चले जाने से बिना इलाज करवाएं बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है।
वर्तमान में बरसात का मौसम है। ऐसे में मौसमी बीमारी को लेकर मरीजों की भारी भीड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उमड़ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की भीड़ लगना शुरू हो गई है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल पर चले जाने से परेशानी और बढ़ गई है।