बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 9 जुलाई। बलौदाबाजार नगर के चंदा देवी तिवारी हॉस्पिटल में निओनेटल सर्जरी एवं पेडियेट्रिक यूनिट प्रारंभ किया गया है। इसमें चिकित्सकों द्वारा शल्यक्रिया करते हुए 2 वर्ष के बच्चे की पेट के अंदर आपस में चिपकी हुई आतो को सफलतापूर्वक अलग किया गया है।
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन के अनुसार बालक हिमांशु की लहरें 2 वर्ष के माता-पिता पिछले 5 से 6 दिनों से बालक के मल त्याग नहीं करने पेट में सूजन उल्टी एवं बुखार को लेकर अत्यधिक परेशान थे। नगर के अन्य चिकित्सकों में बच्चे को देखने के बावजूद उसे राहत नहीं मिलने पर बच्चे की स्थिति और बिगडऩे लगी। परिजनों उसे लेकर चंदा देवी तिवारी हॉस्पिटल पहुंचे जहां बच्चे की विभिन्न जांच हुआ सीटी स्कैन से पता चला कि बच्चे की इंटेस्टाइनल बैंड छोटी आत से चिपक गई है। जिससे मेडिकल की भाषा में इंटेस्टाइनल अबस्ट्रक्शन भी रोटेशन कहा जाता है बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर की टीम डॉ राहुल देव शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नितिन तिवारी लेप्रोस्कोपिक सर्जन आदि शामिल थे।
शल्य क्रिया करते हुए बच्चे के आत के अबस्ट्रक्शन एरिया को कटकर निकलने के पश्चात अन्य दोनों भागों को जोड़ दिया गया। जिससे बच्चे को इस परेशानी से निजात मिल गई। इस प्रकार एक अन्य मामले में ग्राम कोनारी की महिला कुमुदिनी को भी नवजात शिशु के साथ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जिसमें बच्चे का जन्म से ही पेट फुला हुआ था और वह मल त्याग नहीं कर पा रहा था उक्त दोनों चिकित्सकों की टीम ने बच्चे के पेट के जांच में पाया कि बच्चे के छोटी आंत का थोड़ा सा हिस्सा और बड़ी हाथ में पूरी की पूरी तरह से सडऩ हो गई है। जिससे मेडिकल भाषा में नैक्रोटाइजिंग इंटेरोकोलाईटिस कहते हैं।
यह इस चीज समय से पहले जन्मे बच्चे में निर्मित होती है 72 घंटे के शिशु की गंभीर स्थिति देखकर शिशु के पेट का ऑपरेशन कर उसे नया जीवन प्रदान किया गया।