बस्तर
साल भर पहले हुआ था सडक़ हादसा, परिजन करा रहे थे झाड़-फूंक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 जुलाई। बीजापुर जिले के मिरतुर में रहने वाला युवक आज से एक वर्ष पहले सडक़ हादसे में घायल हो गया था, जिसमें युवक की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। परिजनों ने एक माह तक युवक का इलाज जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान कोई भी लाभ न होता देख परिजन उसका इलाज झाड़ फूंक से कराने लगे, लेकिन एक माह पहले मेकाज में भर्ती होने के बाद चिकित्सकों की टीम ने एक सफल ऑपरेशन करते हुए नया जीवनदान मरीज को दिया।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए घायल सुकालू पिता बुधराम (22 वर्ष) ने बताया कि वह बीजापुर में आईटीआई डीजल मैकेनिक का छात्र है, विगत वर्ष एक अगस्त 2022 को अपने दोस्त बुधराम को लेकर दंतेवाड़ा बाइक से आया हुआ था, वापस जाने के दौरान फरसपाल घाटी में अचानक से गाड़ी का नियंत्रण बिगडऩे से वह गिर पड़ा। इस हादसे में सुकालू के रीढ़ की हड्डी टूट गई।
परिजनों ने उसे पूरे माह भर जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में इलाज कराया, लेकिन उसके बाद उसे अपने घर ले जाकर झाडफ़ूंक करने लगे, सुकालू के स्वास्थ्य में सुधार न होता देख परिजनों ने उसे मेकाज में 16 जून 2023 को भर्ती किया, जहां चार दिन पहले उसका सफल ऑपरेशन किया गया।
ऑपरेशन करने वाले डॉ. सुनीत पॉल ने बताया कि सुकालू के रीढ़ की हड्डी टूटने के कारण उसके दोनों पैर लकवाग्रस्त हो गए थे, जिसके कारण शरीर के निचले हिस्से में पूरी तरह से सुन्नपन हो गया था, यहां के चिकित्सक जिसमें डॉ. मुकेश ध्रुव, डॉ. संदीप सिंह, डॉ. प्रसन्नजीत , डॉ. आदित्य के अलावा स्टाफ नर्स और स्टॉफ के द्वारा 3 दिन पहले उसका सफल अॅापरेशन किया गया, जहां अब युवक पूरी तरह से स्वस्थ है।
बताया जा रहा है यह पूरा ऑपरेशन निशुल्क किया गया, लेकिन अगर यही ऑपरेशन मरीज के द्वारा बाहर कराया जाता तो उसे करीब 3 लाख रुपए तक का खर्च वहन करना पड़ता।
इस पूरे ऑपरेशन के दौरान व मरीज के भर्ती के समय से लगातार मेकाज अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू के द्वारा डॉक्टरों की टीम के साथ इस युवक के इलाज से लेकर हर स्थिति का जायजा ले रहे थे, वहीं इस सफल आपरेशन के डॉक्टरों की टीम के साथ ही स्टाफ नर्स व अन्य स्टाफ को बधाई भी दी।