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गरीबी सूची में नहीं होने के बाद भी बोनस अंक!
03-Aug-2023 2:25 PM
गरीबी सूची में नहीं होने के  बाद भी बोनस अंक!

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में गड़बड़ी का आरोप

नरेश देवांगन

जगदलपुर, 2 अगस्त(‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियुक्ति को लेकर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। छह माह से हक़ के लिए लड़ रही शामपुर की महिला ने आरोप लगाया है कि माकड़ी ब्लॉक के अंतर्गत श्यामपुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ है।

   इस विषय पर परियोजना अधिकारी श्री  पोटाई का कहना है कि जो प्रमाण पत्र संलग्न किए गए हैं, उसके हिसाब से ही नंबर दिया गया है।

इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी ए के बिसवाल का कहना है कि हर नियुक्ति का डिटेल मेरे पास रहे यह जरूरी नहीं है, इसका डिटेल परियोजना कार्यालय में रहता है, नियुक्ति की कार्रवाई परियोजना कार्यालय के अंतर्गत होती है इसमें जिला कार्यालय का कोई हस्तक्षेप नहीं होता। इस विषय पर मेरे पास शिकायत आई थी,जिस पर मैंने जांच के लिए परियोजना अधिकारी को दे दिया। जैसे  रिपोर्ट आएगी उस हिसाब से स्टेप लिया जाएगा।

मामला कोंडागांव जिला के माकड़ी ब्लॉक के अंतर्गत शामपुर का है। शामपुर निवासी यशोदा देवांगन ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग कोंडागांव के अंतर्गत माकड़ी ब्लॉक के शामपुर में आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक - 04 मे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती की विज्ञापन 19/07/2022 को जारी हुआ। जिस पर मैंने वह पंचायत के अन्य महिलाओं ने भी इस भर्ती में भाग लिया, जिसका वरीयता सूची विभाग ने चस्पा किया था, जिसमें कुल 8 लोगों के नाम शामिल थे, वहीं मैंने दावा किया कि रुकमणी पटेल को दी गई 2002 की सर्वे सूची में दर्ज अंक गरीबी रेखा क्रमांक 5615  के आधार पर बोनस अंक 6 दिया गया है, जो कि गलत है। उसका नाम 2002 की गरीबी रेखा सूची क्रमांक में नहीं है, बावजूद इसके भी उसे बोनस अंक का लाभ दिया गया है। इस पर मैंने विभाग मे रुकमणी पटेल पर दावा-आपत्ति की, लेकिन विभाग ने इस दावा-आपत्ति का निराकरण न कर अंतिम मूल्यांकन पत्रक एवं वरीयता सूची प्रकाशित कर दिया, जो कि पूरी गलत है।

ऐसा इसलिए क्योंकि इस अंतिम लिस्ट के बाद मैंने परियोजना अधिकारी माकड़ी से आरटीआई के तहत जानकारी रुकमणी पटेल के द्वारा जमा सभी दस्तावेज की मांग की थी, साथ ही 2002 की सर्वे सूची में दर्ज रुकमणी पटेल की सूची भी चाही गई थी, जिसका मुझे दस्तावेज तो दिया गया, लेकिन प्रमाण नहीं दिया गया जिससे यह साबित होता है कि रुकमणी पटेल 2002 की गरीबी रेखा क्रमांक 5615 में नाम दर्ज न हो। वहीं ं 5615 की कार्ड की छायाप्रति नहीं दी गई। इस पूरे मामले को लेकर मैंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को 21 जुलाई को लिखित शिकायत दी है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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