बस्तर
24 घंटे रखा गया था डॉक्टरों की निगरानी में, स्वस्थ होने पर बच्चे ने कहा -थैंक्यू डॉक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर,12 अगस्त। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में 3 दिन पहले सीआरपीएफ जवान के बेटे को दिमागी बुखार होने के कारण उसेभर्ती किया गया था, जहां चिकित्सकों की टीम के साथ ही स्टाफ नर्स व अन्य स्टाफ की मदद से बच्चे को ठीक किया गया। बच्चे को 1 से 2 दिन के अंतराल में छुट्टी भी दे दिया जाएगा। शनिवार को बच्चे ने स्वस्थ होने के बाद डॉक्टरों के साथ एक फोटो भी खिंचवाई।
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ कैंप करनपुर में रहने वाले जवान रविन्द्र पॉल के ढाई साल के बेटे शौर्य को अचानक 9 अगस्त को अचानक से बुखार होने के चलते उसे कैंप के ही अस्पताल ले जाया गया, जहां इंजेक्शन लगने के बाद भी बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार न होने और लगातार झटके आने के चलते उसे शाम 5 बजे मेकाज में लाकर भर्ती किया गया।
अनुरूप साहू ने बताया कि बच्चे के आने के बाद लगातार उसके दिमाग में बुखार चढ़ गया था, इसके कारण बच्चे की हालत खराब हो रही थी, बच्चे की स्थिति को देखते हुए उसे वेंटीलेटर में 24 घंटे के लिए रख दिया गया, इस दौरान जांच में पता चला कि Acute encephalitis syndrome (A.E.S.) था, इसके अलावा बच्चा बेहोश होने के साथ ही उसका सांस भी रूक रही थी, साथ ही बच्चे के फेफड़े ने भी काम करना बंद कर दिया था, लेकिन चिकित्सकों की टीम के द्वारा लगातार जांच के साथ ही उसे मॉनिटरिंग करने के चलते 3 दिन बाद बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो गया।
शनिवार को बच्चे ने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वे उनके साथ एक फोटो भी खिंचवाएगा, जिस पर डॉक्टरों की टीम ने भी उसकी इच्छा को पूरी करते हुए एक ग्रुप फोटो भी साझा किया। इस दौरान एचओडी डॉ. अनुरूप साहू, डॉ. डी आर मंडावी, डॉ. पुष्पराज , डॉ. मधुराधा, डॉ. बबिता, डॉ. पाला राम मीणा, डॉ. अंबिका, डॉक्टर हर्ष, डॉ. बलदेव, स्टाफ नर्स में कुमारी उपासना चंद्रवंशी, कुमारी नयनकुमारी, कुमारी हेमलता आदि थे।