बस्तर
जांच में जुटे अफसर, कंकाल को भेजा गया मेकाज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अगस्त। बस्तर जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शहर से 12 किलोमीटर दूर माता रूकमणि आश्रम के पीछे जंगल में एक मानव कंकाल बरामद किया गया। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस टीम के साथ ही फोरेंसिक की टीम भी मौके पर आ पहुंची, वहीं कंकाल को एक बोरे में भरकर मेकाज के पीएम रूम में रखवाने के साथ ही जांच शुरू कर दी गई है।
एसडीओपी ऐश्वर्य चंद्राकर ने बताया कि शुक्रवार की सुबह माता रूक्मणी आश्रम के पीछे बन रहे गौशाला के पास बने जंगल में एक मानव कंकाल आश्रम के लोगों ने देखा। कंकाल मिलने की जानकारी लगते ही आश्रम से लेकर आसपास के लोग मौके पर आ पहुंचे, वहीं इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।
जानकारी लगते ही एसएसपी निवेदिता पॉल के साथ ही फोरेंसिक की टीम मौके पर आ पहुंची, वहीं पास में एक खंभे में एक गमछा भी पाया गया, जहां अनुमान लगाया जा रहा है कि शायद फांसी में लटके युवक-युवती दोनों में से किसी ने आत्महत्या की होगी, जिसे न देख पाने के कारण शव कंकाल में बदल गया होगा।
कंकाल एक वर्ष पुराना बताया गया है, फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। फोरेंसिक की टीम ने कंकाल के सैंपल को लेने के बाद उसका डीएनए कराने की बात कही है, जिससे इस मामले का खुलासा हो सके, कि कंकाल युवक का है या युवती का।
फिलहाल पुलिस इस मामले में जब आश्रम के लोगों से पूछताछ की तो उनका कहना था कि आश्रम से करीब 40 से 50 मीटर दूर एक गौशाला का निर्माण किया जा रहा है, जिसके चलते वहां काम चल रहा था, उसी गौशाला से दूसरी ओर सडक़पारा गांव भी आता है, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है।