बस्तर
सुरक्षित पकडऩे पिंजरा लगाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 27 अगस्त। बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के चित्रकोट, बांझीडोंगरी (साडरा), लामड़ागुड़ा सहित आसपास गांवों में बीते कुछ दिनों से एक तेंदुआ देखे जाने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी है। वन विभाग ने इस पर बांझी डोंगरी (साडरा) में एक तेंदुआ की मौजूदगी की पुष्टि भी की है। विभाग की ओर से क्षेत्र में किसी भी तरह की जनहानि को रोकने के लिए ग्रामीणों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वन विभाग के द्वारा उक्त क्षेत्र में तेंदुए को सुरक्षित पकडऩे के लिए एक पिंजरा भी लगाया गया है।
तेंदुए ने बीते 3 माह में आसपास गांवों के लगभग 8 मवेशियों को घायल भी कर चुका है। इस घटना के बाद से लोहंडीगुड़ा ब्लॉक के चित्रकोट सहित आसपास स्थित गांवों के ग्रामीण दहशत में है।
चित्रकोट परिक्षेत्र के रेंजर प्रकाश ठाकुर ने बताया कि पिछले 2 से 3 महीनों से एक तेंदुआ चित्रकोट के इलाके में घूमता हुए दिखाई दे रहा है, इस दौरान तेंदुए ने जंगलों में घूमने वाले 7 से 8 मवेशियों को अपना शिकार भी बनाने की कोशिश की, लेकिन वो सफल नहीं हो पाया है।
गांव में तेंदुए की मौजूद होने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की एक टीम लगातार तेंदुए पर नजर रख रही है, इसके साथ ही वन विभाग की टीम के द्वारा इस इलाके में ग्रामीणों के द्वारा मुनादी, बैनर - पोस्टर और अन्य माध्यमों के द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।
वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से शाम 4 से सुबह 8 बजे तक पहाड़ी इलाके में नही जाने और अपने मवेशियों को सुरक्षित जगहों में बांधने की अपील की है, इसके साथ ही विभाग ने छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है। वहीं रेंजर ने बताया कि चित्रकोट के ग्राम लामड़ागुड़ा के आसपास इलाके में इस तेंदुए की मौजूदगी के सबूत मिले हंै, रेंजर ने बताया कि वन विभाग के द्वारा उक्त क्षेत्र में तेंदुए को सुरक्षित पकडऩे के लिए एक पिंजरा भी लगाया गया है।