बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 27 अगस्त। सर्व विभागीय दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संघ द्वारा अपनी ज्वलंत मांग नियमितिकरण के संबंध में विपिन तिवारी संभागाध्यक्ष बस्तर संभाग की अध्यक्षता में इस माह की साप्ताहिक बैठक जगदलपुर कृषि उपज मंडी में रविवार को आहुत की गई थी।
जिसमें बताया गया कि नियमितिकरण की मांग के साथ पूर्व में आंदोलन के परिणाम स्वरुप बजट में घोषित दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को रू. 4000/- श्रम सम्मान राशि जो आज तक अप्राप्त है तथा उक्त राशि के संबंध में कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किए जाने बाबत व विभिन्न विभागों में दैनिक वेतन भोगी कलेक्टर दर पर कार्य कर रहे कर्मचारियों की जानकारी विभाग के अधिकारी द्वारा शासन को नहीं भेजे जाने के सम्बंध में आंदोलन किया जाना है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में निकली हैंडपंप तकनीशियन की भर्ती पर रोक लगाने के सम्बंध में चर्चा कर आगे की रणनीति तैयार की गई है।
विपिन ने बताया कि वर्तमान कांग्रेस की भूपेश सरकार द्वारा अपने जन घोषणा पत्र 2018 में किए नियमितकरण का वादा न निभाकर उल्टा रिक्त पदों पर भर्ती निकाली जा रही है, जबकि उसी पद पर कई दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी आज भी कुशलतापूर्वक अपना काम कर रहे हैं। कांग्रेस शासन का यह सौतेला व्यवहार अब कर्मचारी नहीं सहेगा, हर बार चुनावी वर्ष में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का नियमितकरण विपक्ष का चुनावी मुद्दा बनकर रह जाता है और सत्ता में आते ही उनकी मांगों को पूरा न किया जाना कर्मचारियों से धोखा है। यदि आने वाले समय में नियमितकरण नहीं किया जाता है तो बस्तर संभाग भर में उग्र आंदोलन होंगे, जो आगामी चुनाव के प्रभावित कर सकती है।
इस बैठक में सर्व सम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि, अब से प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को समय प्रात: 11 बजे कृषि उपज मण्डी जगदलपुर में मासिक बैठक रखी जाएगी, जिसमें नियमितिकरण को लेकर चर्चा रणनीति तथा दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों की मांग तथा समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
बैठक में संभागाध्यक्ष के साथ साथ उपाध्यक्ष हिरमन नागे, जिला अध्यक्ष बस्तर गुरुदयाल ठाकुर, सचिव केलेंद्र ठाकुर, एवं संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों के साथ पीएचई विभाग, रेशम विभाग, कृषि विभाग एवं अन्य विभाग के कुल 50 सदस्य उपस्थित रहे।