राजनांदगांव
अफसरों-धार्मिक संगठनों की बैठक में दोनों पर्व भाईचारे संग मनाने का फैसला
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 26 सितंबर। गणेश विसर्जन झांकी और ईद मिलान्नुदबी पर्व आगामी 28 सिंतबर को एक साथ मनाने की तैयारी चल रही है। सालो बाद यह संयोग बना है जब मुस्लिम धर्माविलंबी और हिंदू संगठन ईद और गणेश विसर्जन झांकी एक साथ मनाने जा रहे है। दोनों ही समुदाय पर्व को परपंरागत और आपसी भाईचारे के साथ मनाएगें।
पर्व को लेकर प्रशासन ने भी तैयारी प्रांरभ कर दी है। इसी परिपे्रक्ष्य में प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने धार्मिक संगठनों की बैठक लेकर शांतिपूर्वक और भाईचारें के साथ त्यौहार बनाने पर चर्चा की। धार्मिक संगठनों ने प्रशासन से मिले सुझावों के तहत यह निर्णय लिया है कि दोपहर को मुस्लिम समाज हुजूर मोहम्मद पैगम्बर साहब की याद में भव्य जुलूस निकालेगा। मुस्लिम समाज को प्रशासन ने दोपहर तक जुलूस निकालकर पर्व मनाने की गुजारिश की।
समाज प्रमुखों ने विसर्जन झांकी निकालने की वजह से दोपहर तक शहर में जुलूस भ्रमण पर सहमति जाहिर की। मुस्लिम समाज ने प्रशासन के द्वारा मिले उस प्रस्ताव पर हामी भरी जिसमे गणेश उत्सव के कारण शहर में हुई सजावट के चलते अतिरिक्त सजावट नहीं करना शामिल है। ईद पर्व को देखते हुए 28 सिंतबर की शाम 5 बजे तक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर भी प्रशासन ने रोक लगा दी है।
बैठक में हुए निर्णय के मुताबिक सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक ईद का जुलूस शहर में निकाला जाएगा। इसके बाद शाम से गणेश विसर्जन का सिलसिला शुरू होगा। दोनो पर्व के कारण पुलिस की तैयारी भी जोरों पर है। पुलिस सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त को लेकर योजनापूर्वक काम करेगी। भारी संख्या में जवानों को तैनात किया जाएगा। शहर के बाहरी रास्तो में वाहनों की सुगम आवाजाही के लिए निश्चित रूट तैयार किया गया है। वही पुलिस जवानों को सुरक्षा के मोर्चे पर तैनात करने के लिए आला अफसर प्लानिंग कर रहे है।
एक जानकारी के अनुसार दोनों पर्व के मद्धेनजर एक हजार से ज्यादा जवानों को सुरक्षा का जिम्मा दिया जाएगा। साथ ही राजपत्रित अधिकारियों को अलग-अलग मार्गो में मानिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई। असामाजिक गतिविधियों और वांछित लोगों पर नजर रखने के लिए सिविल में पुलिस जवान रातभर निगरानी करेगें। इस बीच धार्मिक संगठनों ने एक-दूसरे के प्रति सदभाव रखने का भरोसा भी आलाधिकारियों को दिया है। बैठक में धार्मिक झंडों और बैनर को लेकर भी एहतियात बरता जा रहा है। इसलिए 27 सिंतबर की शाम तक बैनर और झंडे नगर निगम का अमला हटाने का काम करेगा। शहर की परंपरा को ध्यान में रखकर दोनों समाज ने त्यौहार को भाईचारें के साथ मनाने पर रजामंदी दी है।