बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 6 अक्टूबर। भाजपा युवा नेता अमर झा ने प्रेस विज्ञाप्ति के माध्यम से कहा कि शहर के मध्य और नगरनिगम जगदलपुर से मात्र 100 मीटर दूर स्थित 125 से अधिक एकड़ में फैले ऐतिहासिक गंगामुण्डा तालाब अब अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई लड़ रहा।
अमर झा ने आगे कहा कि महापौर सफिरा साहू और निगम प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही से तालाब की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है, उपेक्षा के अभाव में अब पूरी तरह खत्म हो रही है तालाब, गंगामुण्डा तालाब के पानी से बहुत ही तेज दुर्गंध आ रही है। लोगों के नहाने की तो दूर पशुओं के लायक भी नहीं रही यहां का पानी।
उन्होंने कहा कि रखरखाव के अभाव में यह तालाब गंदे पानी, कचरे और घास से पूरी तरह भर गया है। जिससे दुर्गंध पैदा हो रही है, इसकी वजह तालाब से सटे वार्डों के निवासियों एवं बच्चों को त्वचाजन्य बीमारियों सहित स्वास्थ्य का भी खतरा पैदा हो रहा है।
श्री झा ने कहा कि नगरनिगम द्वारा दलपत सागर के सफाई हेतु 75 लाख की लाई गई वीड हार्वेस्टिंग मशीन भी कबाड़ हो रही है, जिसका उपयोग गंगामुण्डा तालाब के सफाई हेतु किया जा सकता था, परंतु महापौर के लापरवाही से यह नहीं हो पा रहा है।
यह तालाब हिंदुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र भी है। पितृपक्ष में अभी लोग यहां अपने पितरों को पानी देने आ रहे हैं और 40 दिन बाद उत्तर भारतीयों का महापर्व छठ पर्व भी इसी तालाब में मनाया जाता है, जहां सैकड़ों व्रतियों को कई घंटे इस तालाब में रहना पड़ता है। नगरनिगम एवं महापौर द्वारा अधिक शक्ति के साथ भी कार्य किया जाता है तो भी छठ पर्व तक तालाब का साफ होना असंभव है।
श्री झा ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि अब वो स्वयं हस्ताक्षेप कर तालाब को रखरखाव की जिम्मेदारी स्वयं ले, जिससे इस प्राचीन गंगामुण्डा तालाब को बचाया जा सके एवं आगे भी यह तालाब आस्था का केंद्र बना रहे।