रायपुर
सिंधी नेताओं से भी हो रही बात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। भाजपा में बागियों को मनाने की कोशिशें चल रही हैं। इस कड़ी में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने पूर्व विधायक देवजी पटेल से चर्चा की है। यही नहीं, सिंधी समाज के प्रमुख नेताओं से भी संपर्क किए जा रहे हैं।
धरसीवां से तीन बार के विधायक देवजी पटेल का पत्ता साफ हो गया है। पार्टी ने उनकी जगह अनुज शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। इसके खिलाफ देवजी ने मोर्चा खोल दिया है। देवजी ने धरसींवा से बकायदा नामांकन पत्र भी खरीद लिया है। उन्हें मनाने की कोशिशें चल रही हैं। सूत्रों के मुताबिक केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मंडाविया ने भी उनसे चर्चा की है।
बताया गया कि देवजी पटेल पहले बी-फॉर्म में बदलाव की उम्मीद पाले हुए थे, लेकिन चर्चा है कि डॉ. मंडाविया से चर्चा के बाद नामांकन नहीं भरेंगे। हालांकि उन्होंने स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा है। दूसरी तरफ, कांग्रेस और भाजपा से सिंधी प्रत्याशी नहीं मिलने से समाज में नाराजगी है। समाज के लोगों को भाजपा से काफी उम्मीदें थी।
सूत्रों के मुताबिक समाज के प्रमुख लोगों की बुधवार को बैठक हुई थी। जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया गया। कहा जा रहा है कि चारों सीटों से सिंधी समाज से प्रत्याशी खड़े हो सकते हैं। हालांकि समाज के दो प्रमुख नेता पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, और आनंद कुकरेजा अपने-अपने दल के प्रति प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं।
ऐसे में दोनों के करीबियों से परे कोई अलग नेता उतर सकते हैं। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, और अन्य नेता सिंधी समाज के नेताओं के संपर्क में हैं, और उन्हें समझाने की कोशिश में जुटे हैं। कहा जा रहा है कि देर सबेर बागी सिंधी समाज के प्रत्याशी नामांकन वापस ले लेंगे।