बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 26 अक्टूबर। बस्तर पुलिस ने नशीली दवा तस्करी में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, वहीं इस मामले में 3 आरोपी फरार थे, जिन्हें आज पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी पूर्व में पकड़ाये नशीली सिरप में बचे हुये 4 पेटी सिरप को छुपाने के लिए निकले थे।
नगर पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि विगत कुछ समय पूर्व से लगातार थाना सिटी कोतवाली को सूचना मिल रही थी कि कुछ व्यक्तियों के द्वारा भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाईयों का तस्करी एवं परिवहन किया जा रहा है। सूचना पर थाना कोतवाली निरीक्षक लीलाधर राठौर के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्यवाही के लिए भेजा गया।
टीम के द्वारा आसना एनएच 30 मार्ग पर चेक पाईंट लगाकर चेक कर रहे थे। चेकिंग के दौरान एक कार सीजी 07 एम 2609 आते मिला, जिसे रोककर कार में सवार तीन व्यक्ति मिले जिनसे पूछताछ करने पर अपना अपना नाम विकास कश्यप उर्फ गुरूजी नि. मोतीतालाब पारा, अनिकेत शिवहरे नि. प्रतापदेव वार्ड तथा मोनू उर्फ मयंक जैन नि. गायत्री नगर धरमपुरा जगदलपुर का रहने वाले बताये।
कार में रखे चार खाकी रंग के बक्से में अवैध नशीली दवाई सिरप 600 बोतल मात्रा 60 लीटर प्रत्येक 170-रुपये, कुल 1 लाख 2 हजार रूपये मिला। दवाई के संबंध में संदेहियों से पूछताछ पर बताया कि संदेही मोनू उर्फ मयंक जैन अपने भाई सम्यक जैन से जेल में मिलने गया, जहां पर सम्यक जैन ने उसे बताया कि पूर्व में पकड़ाये नशीली सिरप में से शेष बचे नशीले दवाई सिरप अनिकेत शिवहरे के घर में रखा है, जिसे निक्की जैन के इच्छापुर स्थित क्रेसर प्लांट में छुपाने के लिए विकास कश्यप उर्फ गुरूजी तीनों मिलकर चार खाकी रंग के बक्से को कार में रखकर ले जाना बताया।
आरोपियों के पास रखे चार खाकी रंग बक्से में नशीली दवाई सीरप, 2 मोबाईल, एक मोबाईल एवं कार को बरामद किया गया। मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 21(ग), 29 एनडीपीएस एक्ट दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड हेतु विशेष न्यायालय जगदलपुर भेजा गया।