बस्तर
पड़ोसी राज्य के स्पेशल फोर्स भी संभालेंगे सीमा पर मोर्चा
विस चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 नवंबर। विस चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। माओवादी गतिविधियों की निगरानी ड्रोन एवं हेलीकॉप्टर के माध्यम से की जाएगी। मतदान केन्द्र सुरक्षा से लेकर मार्ग व्यवस्था तक केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल एवं डीआरजी/ एसटीएफ/ कोबरा/ बस्तर फाइटर्स जैसे स्पेशल फोर्स तैनात रहेंगे। पड़ोसी राज्य तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा के स्पेशल फोर्स भी सीमा में मोर्चा संभालेंगे।
नक्सल संवेदनशीलता के आधार पर 600 से अधिक मतदान केन्द्र तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा में रहेंगे। चुनाव आयोग के मापदण्ड अनुसार निर्धारित अन्य मतदान केन्द्रों में भी केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल एवं स्थानीय पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी।
बस्तर संभाग के प्रत्येक जिला में कम से कम 05 मतदान केन्द्र की माध्यम से कुल 35 से अधिक मतदान केन्द्र महिला कमाण्डों की सुरक्षा के अधीन रहेगा। बम डिस्पोजल दल एवं डॉग स्च्ॉड का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। अंदरूनी क्षेत्र के 156 से अधिक मतदान केन्द्र के दल को हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाया जाएगा।
सुरक्षात्मक कारणों से विधानसभा बीजापुर, नारायणपुर, अंतागढ़, दन्तेवाड़ा एवं कोन्टा की कुल-149 मतदान केन्द्र नजदीकी थाना एवं सुरक्षा कैम्प के पास शिफ्ट की गई। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव-2018 में 196 एवं लोकसभा चुनाव-2019 में 330 मतदान केन्द्र को भी की शिफ्टिंग की गई थी।
वर्ष-2018 के विधानसभा चुनाव के तुलना में वर्ष-2023 में 126 से अधिक स्थानों में नवीन मतदान केन्द्र स्थापित की जा रही है। इनमें से मिनपा, गलगम, सिलगेर, चांदामेटा जैसे 40 मतदान केन्द्र सकारात्मक सुरक्षित वातावरण के कारण से पुन: मूल गांव में पुन: स्थापित की जा रही है।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी. ने बताया कि बस्तर क्षेत्र की बदलते हुये परिदृश्य से बौखलायें हुये प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी माओवादी संगठन द्वारा चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के लिये लगातार हिंसात्मक गतिविधियों को अंजाम देने के लिये प्रयास किया जा रहा है। ये माओवादी संगठन का पुराना तौर तरीका है, जो उनकी लोकतंत्र विरोधी चेहरा का प्रमाण है। लेकिन दूसरी ओर बस्तर के क्षेत्रवासियों तथा स्थानीय प्रशासन एवं समस्त सुरक्षा बल सदस्य द्वारा गणतंत्र व्यवस्था को मजबूत करने तथा बस्तर की शांति, सुरक्षा एवं विकास हेतु संकल्पित है।
आईजी ने बस्तर क्षेत्र के नागरिकों को चुनाव प्रक्रिया हेतु की जा रही समस्त सुरक्षा बंदोबस्त से आश्वास्त करते हुये मतदाताओं को बिना किसी डर एवं भय के अधिक से अधिक संख्या में मतदान केन्द्र तक पहुंचकर अपना संवैधानिक जिम्मेदारी को निभाने हेतु अपील की।