बलौदा बाजार

20 दिनों में मात्र 2.84 लाख क्विंटल धान खरीदी, 166 में से 25 केन्द्रों में बोहनी तक नहीं
21-Nov-2023 8:01 PM
20 दिनों में मात्र 2.84 लाख क्विंटल धान खरीदी, 166 में से 25 केन्द्रों में बोहनी तक नहीं

त्यौहार व चुनाव से खरीदी प्रभावित, मिंजाई का काम भी बाकी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 21 नवंबर। कर्ज माफी की घोषणा के साथ चुनाव और त्योहारों के कारण हुई धान कटाई में देरी का असर धान खरीदी में दिखाई देने लग रहा है। जिले के 166 खरीदी केंद्रों में से 25 खरीदी केद्रों में अभी तक बोहनी तक नहीं हुई है।

1 नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी के 20 दिनों में मात्र 2 लाख 84 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई है। जबकि पिछले साल इन्हीं 20 दिनों में इससे दुगना धान यानी 4 लाख 79 हजार 282 क्विंटल धान समितियां में आ चुका था। यही नहीं इस साल धान बेचने वाले 8 हजार 240 किसान ही समितियां तक पहुंचे हैं, जबकि पिछले साल 16 हजार 852 किसान अपना धान भेज चुके थे। अभी तक महज 5 फीसदी किसानों ने ही धान बेचा है, जबकि खरीदी चार प्रतिशत ही हुई है। खरीदी का आंकड़ा पिछले साल से अधिक होना था, क्योंकि इस साल 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान किसानों से खरीदा जा रहा है।

बलौदाबाजार जिले में 1 लाख 59 हजार किसान बेचेंगे धान

शासन ने पंजीकृत किसानों से खरीदी विपणन वर्ष 2023 24 में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी का निर्णय लिया गया। पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी 1 नवंबर 2023 से धान खरीदी बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत शुरू हो चुकी और 31 जनवरी 2024 तक चलेगा। इसी तरह मक्का खरीदी भी 1 नवंबर 2023 से शुरू हो चुकी है और 28 फरवरी 2024 तक चलेगी। इस वर्ष जिले के 1 लाख 59 हजार किसानों से 74 लाख क्विंटल धान खरीदने का अनुमति लक्ष्य रखा गया है।

सरकार किसी की भी बने, मिलेगा लाभ

प्रोफेसर एसएम पाध्ये का कहना है कि त्योहार और चुनाव के कारण धान कटाई में देरी हुई है और 3 दिसंबर से किस दल की सरकार बनेगी, किसान इसकी भी प्रतीक्षा कर रहा है, क्योंकि किसानों के लिए दोनों प्रमुख दल ने बड़ी घोषणाएं की है। सरकार किसी की भी बने, किसानों को लाभ मिलना निश्चित है।

वहीं शहर के किसान मनहरण कन्नौजे, ग्राम लटुवा के किसान किशन यादव, रिसदा के किसान देवलाल वर्मा, संतोष साहू, रसेड़ी के किसान अश्वनी बंजारे, अमृत लाल पैकरा ने कहा कि दोनों ही दलों ने घोषणा की है। उसी के हिसाब से लाभ मिलेगा।

कांग्रेस और भाजपा ने किसानों से यह वादे किए

कांग्रेस ने 3200 की दर से 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी के साथ कर्ज माफी का वादा किया है, वहीं भाजपा ने 3100 की दर से 21 क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की है। भाजपा ने बकाया 2 साल का बोनस देने का भी वादा किया है। यही वजह है कि किसान आब 3 दिसंबर का इंतजार कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। अभी धान बेचने पर उन्हें वर्तमान दर 2183 रुपए प्रति क्विंटल की दर से ही भुगतान होगा। किसानों का मानना है कि अभी 3 दिसंबर के बाद समर्थन मूल्य के साथ-साथ राज्य सरकार की योजनाओं का भी फायदा मिलेगा।

किसान व्यस्त थे अब खरीदी तेजी होगी- नोडल अफसर

 इस संबंध में सहकारी केंद्रीय बैंक बलौदा बाजार के नोडल अधिकारी अश्वनी शर्मा ने कहा कि धान खरीदी को लेकर अभी केद्रों में व्यवस्था की गई है। इस बार अभी तक करीब चार प्रतिशत धान खरीदी हुई है। त्योहार और चुनाव के कारण किसान व्यस्त रहे। अब आने वाले दिनों में रफ्तार बढ़ेगी।

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