बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 7 दिसंबर। कोंडागांव जिले के बीरागांव में रहने वाले एक 13 वर्षीय बच्चे को अचानक से ब्रेन मलेरिया होने के कारण उसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज लाया गया, जहां उपचार के दौरान बच्चे को डेंगू पॉजिटिव भी पाया गया, जिसके बाद बच्चा बेहोश हो गया। लगातार चिकित्सकों की निगरानी के चलते बच्चा होश में आने के साथ ही उठकर बैठ भी गया। इसके बाद परिजनों ने चिकित्सकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए मेकाज अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू ने बताया कि कोंडागांव के बीरगांव में रहने वाले चमार सोरी के 13 वर्षीय बेटे रजनू सोरी को 2 दिसंबर की सुबह सिरदर्द के साथ ही बुखार, पेट में दर्द हो रहा था। परिजन पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां से उसे ब्रेन मलेरिया बताया गया।
बच्चे की खराब हालत को देखते हुए उसे मेकाज रेफर किया गया, सुबह 9.30 बजे बच्चे को मेकाज लाया गया। बच्चे की खराब हालत को देखते हुए उसे तत्काल ही उसका उपचार शुरू कर दिया गया। उपचार के दौरान अचानक से बच्चा बेहोश हो गया। इसके अलावा बच्चे को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी, जहां डॉक्टरों ने उसे 36 घंटे के लिए वेंटिलेटर में रख दिया गया।
जांच के दौरान ही बच्चे को डेंगू पॉजिटिव भी पाया गया, जिसके बाद बच्चा इलाज के दौरान होश में आया। इसके बाद उसे वेंटिलेटर से बाहर निकाला गया। इस दौरान डॉ. डी आर मंडावी, डॉ. पुष्पराज प्रधान, जेआर, ईटर्न, के अलावा स्टाफ नर्स की मदद से बच्चा ठीक हो गया।