बलौदा बाजार
भाटापारा, 28 दिसंबर। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य के वृक्षों की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने व वन क्षेत्र में कोयला खदानों की अनुमति नहीं दिये जाने हेतु ज्ञापन सौंपा।
राज्य के प्रथम नागरिक होने के नाते जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी आपसे मार्मिक आग्रह करती है कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न पांचवी अनूसूचित जिलों में सैकड़ों वर्ग किलोमीटर में फैले जैव विविधता पूर्ण अत्यंत सघन जंगल हसदेव अरण्य के सैकड़ों साल पुराने वृक्षों को लगातार निर्ममता पूर्वक काटा जा रहा है। जीवनदायिनी हसदेव नदी की घाटियों में विस्तृत इन अत्यंत घने जंगलों को देश के प्रकृति विज्ञानी भारत के मुख्य श्वसन अंग फेफड़े की उपाधि देते हैं। हसदेव के वन मानवीय सभ्यता के प्राणतत्व हैं। इन जंगलों को महज जमीन के नीचे दबे कोयलों के लिये, एवं निजी खनन कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने के लिये बेदर्दी से काटा जा रहा है।
छत्तीसगढ़ महतारी के गर्भ में अनेक खनिज पदार्थों का प्रचुर भंडार होना आज उसके लिए दुर्भाग्य का कारण बन चुका है।