रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 जनवरी। आरडी तिवारी स्कूल के आकर्षक बाहरी आवरण के विपरीत भवन की जर्जरता ने आत्मानंद स्कूल योजना की पोल खोल दी है। स्कूल की एक क्साल का सीलिंग स्लैब गिर पड़ा। वो भगवान का भरोसा रहा कि उस वक्त वहां बच्चे और शिक्षक नहीं थे। वर्ना कई घायल या अनहोनी के शिकार होते।
दशकों पुराना आरडी तिवारी स्कूल नगर निगम शिक्षा विभाग द्वारा संचालित है। इसे पिछली कांग्रेस सरकार और निगम ने आत्मानंद स्कूल में तब्दील किया। इसे नया रूप देने निगम के पदाधिकारी और अफसरों ने बाहरी दीवारों पर रंगरोगन, पेंटिंग के साथ भीतर की जर्जरता छिपाने कुछ जगह सीमेंट का लेप, पीओपी और फाल सीलिंग भी कराया। इसमें 50 लाख से अधिक खर्च किया गया । और तैयार हो गया स्कूल । बहरहाल मंगलवार सुबह स्कूल के एक कमरे की जर्जर सीलिंग का स्लैब का एक बड़ा टुकड़ा नीचे आ गिरा। करीब 6*6 साइज का यह टुकड़ा पीओपी को तोड़ते हुए गिरा। इस समय स्कूल में वार्षिकोत्सव की तैयारी चल रही है। सुबह की क्लास को बाद बच्चे कार्यक्रम की तैयारी के लिए हाल में चले जाते है। आज उसी वक्त यह स्लैब गिरा। और बच्चे बच गए। आत्मानंद स्कूल योजना में बदलाव को समय रंग पेंट तो किया गया लेकिन भवन के स्ट्रक्चर को मजबूत न किए जाने से यह हादसा हुआ। स्लैब के इतने बड़े टुकड़े को देख बच्चे तो बच्चे शिक्षक भी सिहर उठे।